महाराष्ट्र में ओवैसी संग दम दिखाएंगे अखिलेश यादव, जानें क्या है सपा की रणनीति

Maharashtra Politics: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के नेता असदुद्दीन ओवैसी मुस्लिम राजनीति के जरिए खुद को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव भी अपनी पार्टी का विस्तार कर रहे हैं. मुस्लिम वोटों के कारण अखिलेश और ओवैसी के बीच का रिश्ता हमेशा से तनावपूर्ण रहा है. अब अखिलेश ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ओवैसी से राजनीतिक हिसाब चुकता करने की योजना बनाई है.

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Maharashtra Politics: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के नेता असदुद्दीन ओवैसी मुस्लिम राजनीति के जरिए खुद को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव भी अपनी पार्टी का विस्तार कर रहे हैं. मुस्लिम वोटों के कारण अखिलेश और ओवैसी के बीच का रिश्ता हमेशा से तनावपूर्ण रहा है. अब अखिलेश ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ओवैसी से राजनीतिक हिसाब चुकता करने की योजना बनाई है.

सपा ने महाराष्ट्र में चुनावी मैदान में पूरी ताकत से उतरने का निर्णय लिया है. अखिलेश यादव अपने मिशन-महाराष्ट्र की शुरुआत मुस्लिम बहुल इलाकों से कर रहे हैं, क्योंकि ओवैसी की पार्टी AIMIM ने यहां पहले भी अच्छा प्रदर्शन किया है. अखिलेश का दो दिवसीय दौरा शुक्रवार से शुरू हो रहा है, जहां वे मालेगांव और धुले में कार्यक्रमों में भाग लेंगे. इन दोनों सीटों पर AIMIM का अच्छा आधार है.

ओवैसी की पार्टी का प्रभाव

AIMIM ने 2019 विधानसभा चुनाव में मालेगांव और धुले जैसी सीटें जीतकर सबको चौंका दिया था. इससे पहले 2014 में भी ओवैसी की पार्टी ने कई सीटें जीती थीं. अब यह माना जाने लगा है कि महाराष्ट्र में मुसलमानों के लिए AIMIM एक विकल्प बन गई है.

अखिलेश का प्लान

अखिलेश यादव ओवैसी की बढ़ती ताकत को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं. ओवैसी लगातार यह कहते आ रहे हैं कि कांग्रेस और एनसीपी केवल मुस्लिमों का वोट लेना जानती हैं, लेकिन उनके मुद्दों पर ध्यान नहीं देती. इस स्थिति में, अखिलेश का लक्ष्य है कि वे मुस्लिम वोटों को अपनी तरफ आकर्षित कर सकें.

सपा के मुस्लिम विधायक

अखिलेश का महाराष्ट्र दौरा मुस्लिम बहुल इलाकों में रखा गया है, जिससे उनकी रणनीति स्पष्ट होती है. सपा का पिछले चुनाव में प्रदर्शन ठीक नहीं रहा, लेकिन अब वे मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में अधिक सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.

मुस्लिम वोटों का बंटवारा

सपा ने 2024 के विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर लड़ने का प्लान बनाया है, उनमें ज्यादातर मुस्लिम बहुल हैं. ओवैसी की रणनीति भी इन क्षेत्रों में किंगमेकर बनने की है, लेकिन सपा के उतारने से मुस्लिम वोटों के बिखरने का खतरा है.

INDIA गठबंधन में सपा की मांग

सपा ने महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन में 12 सीटों की मांग की है, जिनमें से कई मुस्लिम बहुल हैं. अखिलेश यादव यह संदेश देना चाहते हैं कि मुस्लिम समुदाय ओवैसी पर नहीं, बल्कि उन पर भरोसा करता है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र के मुस्लिम वोट पर कौन अधिक प्रभाव डाल पाता है. First Updated : Friday, 18 October 2024