करोड़ों में बिका अल्बर्ट आइंस्टीन का ये लेटर, जानिए इसमें क्या है खास
20वीं सदी के सबसे महान वैज्ञानिकों में से एक आल्बर्ट आइंस्टीन ने दुनिया में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है. उन्हें भौतिकी में उनके योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार से भी नवाजा गया है. आज भी उनके बनाए गए नियमों पर वैज्ञानिक काम करते हैं. इस बीच आज हम आपको उनके द्वारा लिखी गई एक लेटर के बारे में बताने जा रहे हैं जो हाल ही में नीलाम हुआ है. उनका ये लेटर करोड़ो में बिका है तो चलिए जानते हैं कि, इस लेटर में क्या खास है.
आल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) एक ऐसे शख्सियत हैं जिनके नाम की दुनिया उदाहरण देती है. वो 20वीं सदी के सबसे महान वैज्ञानिकों में से एक थे. उनका दिमाग बहुत तेज था यही वजह है कि उन्हें अब तक के सबसे महान वैज्ञानिकों में गिना जाता है. आइंस्टीन को विशेष रूप से सापेक्षता के सिद्धांत के लिए जाना जाता है, जिसने भौतिकी की दुनिया में क्रांति ला दी थी.
अभी हाल ही उनका एक लेटर निलाम हुआ है जो 33 करोड़ में बिका है. इस लेटर को उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को लिखा था. इस लेटर में उन्होंने परमाणु हथियारों के विकास में जर्मनी को हराने की दौड़ में एक सीक्रेट मिशन के बारे में जिक्र किया था. अमेरिका को अपने पहला एटम बम बनाने में इस लेटर का अहम रोल है तो चलिए इसके बारे में जानते हैं.
अल्बर्ट आइंस्टीन का लेटर क्यों है खास
हाल ही में निलाम हुए अल्बर्ट आइंस्टीन का ये लेटर इसलिए खास है क्योंकि, इस लेटर ने अमेरिका को अपना पहला एटम बम बनाने में मुख्य रोल निभाया था. इस लेटर को आइंस्टीन ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट को लिखा था. इसमें उन्होंने एटम बम से जुड़ी कुछ ऐसा जानकारी दी थी जिससे अमेरिका के सिक्रेट न्यूक्लियर प्रोग्राम ‘मैनहेटन प्रोजेक्ट’को शुरू करने में मदद मिली थी. इस लेटर में आइंस्टीन ने जर्मनी के परमाणु कार्यकर्म को लेकर भी जिक्र किया था और चिंता जाहिर की थी यही वजह है कि आइंस्टीन का ये लेटर खास है. बता दें कि, अल्बर्ट आइंस्टीन का ये लेटर करीब 33 करोड़ रुपये में बिका है.
अल्बर्ट आइंस्टीन ने क्यों लिखी थी ये चिट्ठी
अल्बर्ट आइंस्टीन ने यह चिट्ठी तब लिखी थी जब एटम बम बनाने के दौरान कई तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा था. उन्हें पता चला कि, एटम बनाने में जिन तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है उसको हल करने में जर्मनी सफल हो सकता है. तब उन्होंने ये चिट्ठी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट को लिखी. इस चिट्ठी में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को आगाह किया कि जर्मनी एटम बम बनाने में सफल हो सकता है. कहा जाता है कि, इस चिट्ठी को पढ़ने के बाद हीअमेरिकी ने परमाणु बम बनाने के प्रयास को शुरू कर दी.
पहले भी कई चीजों की हो चुकी है नीलामी
आपको बता दें कि इससे पहले भी अल्बर्ट आइंस्टीन से जुड़ी कई चीजों की नीलामी हो चुकी है. साल 2021 में उनकी थियरी ऑफ़ रियालिटी सिद्धांत के कुछ दुर्लभ दस्तावेजों की नीलामी हुई थी. ये दस्तावेज़ $13 मिलियन यानी 108 करोड़ रुपये में बिके थे. वहीं इससे पहले साल 2018 में उनका एक पत्र 23.5 करोड़ में बिका था, जिसमें उन्होंने ईश्वर और धर्म के बारे में जिक्र किया था और अपनी राय रखी थी.