Aman Sehrawat: पहलवान अमन सहरावत ने पुरुषों की 57 किग्रा भारवर्ग कुश्ती में कांस्य पदक जीत लिया है. उन्होंने पुअर्तो रिको के पहलवान डैरियन क्रूज को 13-5 से हरा दिया. पहले राउंड में ही अमन 6-3 से आगे चल रहे थे. दूसरे राउंड अमन ने इस बढ़त को और आगे बढ़ाया और क्रूज को कोई मौका नहीं दिया. इस तरह अमन सहरावत ने जीत हासिल की.
अमन पेरिस ओलंपिक में भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान थे हालांकि, उन्होंने पदकों के सिलसिले को बरकरार रखा. भारत 2008 बीजिंग ओलंपिक के बाद से हर ओलंपिक में कुश्ती में पदक जीत रहा है.
अमन ने मैच के बाद पदक को अपने दिवंगत माता-पिता और पूरे देश को समर्पित किया. अमन ने बताया कि कांस्य पदक के मुकाबले में शुरुआती कुछ मिनटों में मुकाबला बराबरी का चल रहा था. हालांकि, बाद में उन्होंने निर्णायक बढ़त हासिल की. रणनीति के बारे में पूछे जाने पर अमन ने कहा- उतरा तो मैं स्वर्ण के लिए था, लेकिन सेमीफाइनल में जापानी पहलवान के खिलाफ मैं हैरान रह गया था.उन्होंने (हिगुची री) शुरू के कुछ मिनट में चार-पांच अंकों की बढ़त बना ली थी.
अमन ने कहा कि मैं भारत के लोगों से कहना चाहता हूं कि मैं 2028 में आपके लिए स्वर्ण पदक जरूर जीतूंगा. बचपन में मैंने अपने माता-पिता को खो दिया और मेरे दादा ने मेरा पालन-पोषण किया था. लक्ष्य स्वर्ण था, लेकिन इस बार मुझे कांस्य से संतोष करना पड़ा. मुझे सेमीफाइनल की हार को भूलना था. मैंने खुद से कहा इसे जाने दो और अगले पर ध्यान केंद्रित करो. सुशील पहलवान जी ने दो पदक जीते, मैं 2028 में जीतूंगा और फिर 2032 में भी.
2008 में सुशील कुमार ने कांस्य, 2012 में सुशील ने रजत और योगेश्वर दत्त ने कांस्य, 2016 में साक्षी मलिक ने कांस्य, 2020 टोक्यो ओलंपिक में बजरंग पूनिया ने कांस्य और रवि दहिया ने रजत पदक जीता था. अमन का यह पहला ओलंपिक था और उन्होंने अपने पहले ही ओलंपिक में कांस्य पदक जीत लिया है. इस ओलंपिक में कुश्ती में भारत का खाता खोला. विनेश फोगाट के डिसक्वालिफाई होने के बाद निराशा में डूबे भारत को उन्होंने खुशियां दी हैं.
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First Updated : Saturday, 10 August 2024