अमेरिका ने अपनाया कड़ा रुख: एक साल में 1,100 भारतीय अवैध प्रवासियों को देश से निकाला
अमेरिका ने हाल ही में भारत से 1,100 से अधिक अवैध प्रवासियों को निर्वासित किया है और इस मुद्दे पर भारत और अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ रहा है. अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि अवैध प्रवासन की समस्या से निपटने के लिए जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. खासकर, युवाओं को सही जानकारी दी जानी चाहिए ताकि वे मानव तस्करों का शिकार न बनें. जानें, इस बढ़ती समस्या और दोनों देशों के संबंधों के बारे में और क्या कहा गया.
America-India Big Issue: अमेरिका ने पिछले 12 महीनों में भारत से 1,100 से अधिक अवैध प्रवासियों को निर्वासित किया है. यह कदम अवैध प्रवासन की समस्या से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग को दर्शाता है. अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के सहायक सचिव रॉयस मुरे ने बताया कि भारत से मिले सहयोग से अमेरिका काफी संतुष्ट है और यह संबंध भविष्य में और मजबूत होने की संभावना है.
अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच, अमेरिका ने अवैध प्रवासियों को वापस भेजने की प्रक्रिया को जारी रखा. हाल ही में, 22 अक्टूबर को चार्टर फ्लाइट के माध्यम से लगभग 100 भारतीय प्रवासियों को स्वदेश भेजा गया. मुरे ने कहा कि इन चार्टर उड़ानों में आमतौर पर 100 से अधिक लोग होते हैं और यह प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित होती है, जिसमें भारत सरकार का उत्कृष्ट सहयोग शामिल है.
बढ़ती संख्या और जागरूकता की आवश्यकता
रॉयस मुरे ने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में अवैध भारतीय प्रवासियों के निर्वासन में लगातार वृद्धि हुई है. उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास करने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है, खासकर भारत जैसे देशों से. उन्होंने जोर दिया कि लोगों को अमेरिका में वैध रास्तों के बारे में सही जानकारी प्रदान करना और अवैध प्रवासन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना आवश्यक है.
भारत का सहयोग और भविष्य की योजनाएं
मुरे ने बताया कि भारत सरकार अवैध प्रवासन की समस्या से निपटने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रही है. उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि लोग कानूनी तरीके से काम या पढ़ाई के लिए विदेश जाएं. यह सिर्फ अमेरिका की समस्या नहीं है, बल्कि कई अन्य देशों की भी है.' दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर लगातार संवाद जारी रहने की उम्मीद है, ताकि मानव तस्करों और बेईमान ट्रैवल एजेंसियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा सके.
युवाओं के लिए सुरक्षित मार्ग
अंत में, मुरे ने चेतावनी दी कि अमेरिका में अध्ययन करने के इच्छुक युवा मानव तस्करी और अवैध प्रवासन गिरोहों का शिकार हो सकते हैं. इसलिए, दोनों पक्षों को यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों को वीज़ा और यात्रा के बारे में सही जानकारी मिले. इस दिशा में उचित जागरूकता और जानकारी फैलाना आवश्यक है ताकि लोग सही मार्ग अपनाएं और किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी का शिकार न हों.
इस तरह, अमेरिका और भारत का सहयोग अवैध प्रवासन की चुनौतियों का सामना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और उम्मीद की जाती है कि यह संबंध भविष्य में और मजबूत होगा.