विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन सीमा विवाद मसले पर रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसा है। कर्नाटक के मैसूर में मोदी सरकार की विदेश नीति पर एक इंटरैक्टिव सत्र में एस जयशंकर ने कहा कि "मैं राहुल गांधी से चीन पर क्लास लेने की सोच रहा था लेकिन मुझे पता चला कि वह खुद ही चीनी राजदूत से चीन पर क्लास ले रहे हैं।" दरसअल, चीन के मसले पर राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं।
भारत में चीनी राजदूत के साथ राहुल गांधी की मुलाकात का जिक्र करते हुए एस जयशंकर ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधा है। जयशंकर ने कहा कि "उन्होंने (राहुल ने) उस दौरान सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भारत ने चीन के हाथों नया क्षेत्र गंवा दिया। मैं जानता हूं कि राजनीति में सब कुछ राजनीतिक होता है। मैं इसे स्वीकार करता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि कुछ मुद्दों पर हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम कम से कम इस तरह से व्यवहार करें कि विदेशों में अपनी (भारत की) सामूहिक स्थिति को कमजोर न करें। दुर्भाग्य से विदेश नीति एक अखाड़ा बन गई है, जो हमने चीन के मामले में पिछले तीन वर्षों में देखा है।"
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी पर चीन मसले पर गलत बयान देने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि एक पुल जिसे चीन पैंगोंग त्सो पर बना रहे थे। उस मसले पर गलत बयान दिया गया। जबकि हकीकत यह थी कि इस क्षेत्र में चीनी पहले 1959 में आए थे और फिर उन्होंने 1962 में इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था, लेकिन दूसरे तरीके से इस सामने रखा गया। उन्होंने कहा कि कुछ आदर्श गांवों के मामले में भी ऐसा ही हुआ वे उन क्षेत्रों पर बनाए गए थे जिन्हें हमने 1962 या फिर इससे पहले ही खो दिया था।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि "आपने शायद ही कभी मुझे 1962 के बारे में यह कहते हुए सुना होगा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था, इसमें किसकी गलती हैं, या कोई जिम्मेदार है। जो हुआ वो हो गया। यह हमारी सामूहिक विफलता या जिम्मेदारी थी। जरूरी नहीं कि मैं इसे राजनीतिक रंग दे दूं।" First Updated : Sunday, 07 May 2023