बंगाल में तनाव के बीच असम के सिलचर में भी हिंसक प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

वक्फ एक्ट के खिलाफ पश्चिम बंगाल के बाद अब असम के सिलचर में भी विरोध प्रदर्शन हुआ. हालांकि, यह प्रदर्शन पहले आंशिक और शांतिपूर्ण था. लेकिन बाद में विरोध हिंसक हो गया. पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज का प्रयोग किया. इससे एक दिन पहले असम सीएम हिमंत सरमा ने बताया था कि वक्फ कानून से संबंधित बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

पश्चिम बंगाल के बाद असम में भी वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आज हिंसा की भेंट चढ़ गया. एक सप्ताह पहले संसद से पारित हुए नए कानून के खिलाफ असम के कछार जिले में प्रदर्शन हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारियों के एक वर्ग ने पुलिस पर पत्थरबाजी की. सिलचर कस्बे में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया.

हिंसा से प्रभावित इलाकों में सिलचर के चामरागुडम, बेरेंगा और पुराने लखीपुर रोड इलाके शामिल हैं. विरोध रैली आज सुबह शुरू हुई और शुरू में शांतिपूर्ण रही. प्रदर्शनकारियों ने तख्तियां ले रखी थीं और नारे लगा रहे थे कि यह अधिनियम 'इस्लाम विरोधी' है, अगर इसे वापस नहीं लिया गया तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे. बाद में कुछ उपद्रवी रैली में शामिल हो गए और पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. 

पुलिस ने शुरू की कार्रवाई

कछार पुलिस प्रमुख नुमाल महत्ता ने कहा कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए भारी बल का प्रयोग किया. उन्होंने बताया कि पहले तो शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया जा रहा था. लेकिन कुछ उपद्रवी रैली में घुस आए और कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने की कोशिश की. लेकिन हमने स्थिति को नियंत्रित कर लिया. वक्फ संशोधन एक्ट के विरोध में करीब 300-400 लोग इकट्ठा हुए थे. शांति भंग करने की कोशिश करने वाले सभी अपराधियों पर कानून के तहत आरोप लगाए जाएंगे. 

जानें क्या बोले प्रदर्शनकारी?

एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया था और पथराव की निंदा की. एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमने सिलचर में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण रैली आयोजित की. हम इस कानून का विरोध करते हैं क्योंकि यह इस्लाम विरोधी है. हम पथराव की घटना की निंदा करते हैं. हम पुलिस के खिलाफ नहीं हैं और पुलिस पर पत्थर फेंकने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. अगर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करती है, तो हमें खुशी होगी.

सीएम सरमा ने दी थी वार्निंग

मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने कल कहा था कि वक्फ संशोधन कानून को लेकर असम में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है और उन्होंने मुस्लिम समुदाय को धन्यवाद दिया. कल एक मीडिया ब्रीफिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून के खिलाफ कुछ विरोध प्रदर्शनों के बावजूद असम शांतिपूर्ण रहा है. उन्होंने असम पुलिस की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि हमें पहले से ही खुफिया जानकारी थी कि कल शुक्रवार की नमाज के बाद वक्फ कानून से संबंधित बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं. असम पुलिस ने पिछले 5 दिनों में बड़े पैमाने पर काम किया है. हमने अल्पसंख्यक नेताओं से बात की और सुनिश्चित किया कि असम में हिंसा की कोई घटना न हो.

देश के कई हिस्सों में मुसलमान वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो जाने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि शांति बनाए रखने के लिए केंद्रीय बलों को तैनात किया जाए. त्रिपुरा में वक्फ एक्ट के खिलाफ पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. 

क्या है वक्फ एक्ट?

वक्फ संशोधन एक्ट देश में वक्फ संपत्तियों को नियंत्रित करने वाले कानून में महत्वपूर्ण बदलाव करता है. सत्तारूढ़ भाजपा इस बात पर जोर देती है कि इस कानून का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है. वहीं विपक्ष और मुस्लिम संगठनों ने केंद्र पर वक्फ संपत्तियों पर नज़र रखने और अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने का आरोप लगाया है.

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13 April 2025, 05:16 PM IST

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