कतर में फंसे भारतीय इंजीनियर अमित गुप्ता: 5 मिनट की कॉल में छुपा हर दर्द, परिवार की उम्मीदें अभी भी कायम
IT कंपनी टेक महिंद्रा के कतर हेड अमित गुप्ता को जनवरी में गिरफ्तार किया गया था और वे तीन महीनों से हिरासत में हैं. उनका परिवार हर हफ्ते उनसे केवल 5 मिनट बात कर पाता है. क्या यह गिरफ्तारी सच में डेटा चोरी से जुड़ी है या कुछ और? जानें इस दिलचस्प और संवेदनशील मामले की पूरी कहानी जहां परिवार हर संभव मदद की उम्मीद कर रहा है.

Amit Gupta Trapped in Qatar: कतर में काम करने वाले भारतीय इंजीनियर अमित गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार की स्थिति बेहद कठिन हो गई है. 1 जनवरी को कतर की स्टेट सिक्योरिटी ने उन्हें हिरासत में लिया था और तब से वह तीन महीने से अधिक समय से वहां बंद हैं. अमित गुप्ता IT कंपनी टेक महिंद्रा के कतर स्थित कंट्री हेड हैं और उनको डेटा चोरी के मामले में कथित तौर पर हिरासत में लिया गया है. उनका परिवार, खासकर पत्नी और बुजुर्ग माता-पिता हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि उनका बेटा या भाई जल्दी से जल्दी रिहा हो सके.
गुप्ता के परिवार की चिंता बढ़ी
अमित गुप्ता का परिवार उनके बिना किसी ठोस जानकारी के इस कठिन समय से गुजर रहा है. अमित की मां पुष्पा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके बेटे को हिरासत में लिए जाने के बाद उसे 48 घंटे तक बिना खाना दिए रखा गया था. बाद में उन्हें एक कमरे में शिफ्ट कर दिया गया और अब वह करीब तीन महीनों से वहां बंद हैं. परिवार को इस बात का भी दुख है कि वे इस पूरी घटना के बारे में बहुत कम जानकारी प्राप्त कर पा रहे हैं.
हर हफ्ते मिलता है केवल 5 मिनट का फोन कॉल
अमित गुप्ता के परिवार को उनसे संपर्क करने का एकमात्र तरीका हफ्ते में एक बार आने वाला 5 मिनट का फोन कॉल है. उनकी पत्नी ने बताया कि हर बुधवार को अमित उनसे 5 मिनट के लिए बात करते हैं, और यह उनका एकमात्र संपर्क है. हाल ही में, उनके परिवार ने दोहा का दौरा किया और वहां एक महीने तक रहे. भारतीय राजदूत के हस्तक्षेप के बाद उन्हें अमित से आधे घंटे के लिए मिलने की अनुमति दी गई, जिससे उन्होंने अपने कठिन अनुभवों के बारे में बताया.
भारतीय दूतावास और सरकार का समर्थन
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले में सक्रियता दिखाते हुए कतर स्थित भारतीय दूतावास को अमित गुप्ता के परिवार की मदद के लिए कहा है. एक सरकारी सूत्र ने बताया कि दूतावास अमित गुप्ता के परिवार और कतर के अधिकारियों के बीच संपर्क बनाए हुए है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि इस मामले में हर संभव मदद प्रदान की जाए. दूतावास ने कहा कि वह मामले पर बारीकी से नजर रखे हुए है और अमित गुप्ता की रिहाई के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
टेक महिंद्रा का सहयोग
टेक महिंद्रा, जहां अमित गुप्ता काम करते थे, उन्होंने भी इस मुश्किल घड़ी में परिवार की मदद करने का भरोसा दिया है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि वे परिवार के संपर्क में हैं और उन्हें जरूरी सहायता प्रदान कर रहे हैं. साथ ही टेक महिंद्रा दोनों देशों के अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है और उचित प्रक्रिया का पालन करने में पूरी तरह से सहयोग कर रहा है. कंपनी ने यह भी कहा कि उनके सहकर्मी की भलाई सबसे बड़ी प्राथमिकता है और वे इस मुद्दे का समाधान जल्द से जल्द चाहते हैं.
कतर में भारतीय नागरिक की गिरफ्तारी का सवाल
अमित गुप्ता के मामले ने कतर में भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षा और न्याय की स्थिति पर सवाल उठाया है. कतर में विदेशी कामकाजी नागरिकों को ऐसे मुद्दों पर अक्सर समस्याओं का सामना करना पड़ता है जहां उनके अधिकारों और सुरक्षा को लेकर पूरी जानकारी नहीं होती है. इस मामले ने यह भी उजागर किया है कि कैसे विदेशों में काम करने वाले भारतीयों के लिए कभी-कभी ऐसी कठिन परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं जिनमें उनका परिवार मदद के लिए संघर्ष करता है.
क्या होगा अगला कदम?
इस पूरे मामले में अब सबकी नजरें कतर के अधिकारियों और भारतीय दूतावास पर हैं. क्या अमित गुप्ता को जल्द रिहा किया जाएगा या उन्हें लंबी हिरासत में रखा जाएगा यह देखना बाकी है. फिलहाल उनका परिवार और टेक महिंद्रा उनके लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन इस घटना ने एक बार फिर से विदेशों में काम करने वाले भारतीयों की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर चिंता जताई है.