पहलगाम आतंकी हमला: अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों से कहा- सभी पाकिस्तानियों को वापस भेजें
भारत सरकार ने 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीज़ा रद्द करने का निर्णय लिया है. साथ ही पाकिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द देश लौटने की सलाह दी गई है.

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव गहरा गया है. इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तानियों के लिए जारी वीज़ा सेवाओं को रद्द करने का निर्णय लिया है.
निर्वासन की प्रक्रिया शुरू
गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से व्यक्तिगत रूप से बात कर निर्देश दिए कि किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को निर्धारित अवधि के बाद भारत में रुकने की अनुमति न दी जाए. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि सभी राज्यों को अपने-अपने इलाकों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर समय से पहले उनके निर्वासन की प्रक्रिया शुरू करनी होगी.
इससे पहले, भारत सरकार ने गुरुवार को ऐलान किया था कि 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए सभी वैध वीजा रद्द कर दिए जाएंगे. विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि केवल मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे. मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वीज़ा की अवधि समाप्त होने से पहले देश छोड़ना होगा.
नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा न करने की सख्त सलाह
सरकार ने यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया है. मंत्रालय के अनुसार, पहलगाम आतंकी हमले के बाद कैबिनेट की सुरक्षा समिति द्वारा लिए गए निर्णयों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. भारत ने न सिर्फ पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द किए हैं, बल्कि अपने नागरिकों को भी पाकिस्तान की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी है. विदेश मंत्रालय ने नागरिकों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है.
इस फैसले से यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहता और आतंकी घटनाओं के खिलाफ पूरी सख्ती से निपटने के लिए तैयार है.


