New Delhi: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीआर अंबेडकर पर दिए बयान को लेकर देश में राजनीति गरमाई हुई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि अमित शाह को उनके बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. खरगे ने आरोप लगाया कि यह बयान न केवल बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि बीजेपी और मोदी सरकार संविधान के प्रति अपनी नफरत को छिपाने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष का आरोप: बीजेपी संविधान को नहीं मानती
मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने बयान में कहा, "बीजेपी और उनके नेता संविधान के खिलाफ हैं. ये लोग मनुस्मृति की बात करते हैं, जबकि संविधान का उल्लंघन करते हैं." उन्होंने कहा कि अगर गृह मंत्री अमित शाह ने बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान किया है तो यह मोदी सरकार की मानसिकता को दिखाता है, जो संविधान की भावना के खिलाफ काम कर रही है. खरगे ने कहा कि अंबेडकर का नाम लेकर राजनीति करने वालों को समझना चाहिए कि वे देश के दलित नायक का अपमान कर रहे हैं, जो सबके लिए पूजनीय हैं.
अमित शाह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया
खरगे ने कहा, "अमित शाह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण था. उन्होंने संविधान की चर्चा के दौरान अंबेडकर को लेकर अपमानजनक बातें कहीं. विपक्ष ने जब अंबेडकर की बात की, तो उन्होंने कहा कि अंबेडकर-अंबेडकर करने से क्या होता है? उन्होंने यह भी कहा कि भगवान का नाम लिया होता तो स्वर्ग मिलता." खरगे ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी की सोच मनुस्मृति पर आधारित है और यह संविधान को मानने के बजाय उससे नफरत करती है.
PM मोदी को निशाना बनाते हुए खरगे ने की बर्खास्तगी की मांग
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा, "अगर पीएम मोदी को अंबेडकर के प्रति श्रद्धा है, तो उन्हें तुरंत अमित शाह को बर्खास्त करना चाहिए. जो व्यक्ति संविधान की शपथ लेकर सदन में आता है और फिर उसी संविधान का अपमान करता है, उसे कैबिनेट में बने रहने का कोई हक नहीं है." उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने तुरंत कार्रवाई नहीं की, तो देश में लोग अंबेडकर के समर्थन में आवाज उठाएंगे और यह सरकार के लिए मुश्किल हो सकती है.
बीजेपी पर निशाना: कांग्रेस को नीचा दिखाने की कोशिश
कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी के आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें बीजेपी ने कांग्रेस पर संविधान को लेकर हमला करने का आरोप लगाया था. खरगे ने कहा, "बीजेपी कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार को नीचा दिखाने के लिए ऐसी बातें करती है. जब भी अमित शाह के बयान पर सवाल उठते हैं, तो प्रधानमंत्री मोदी सामने आकर उनका बचाव करते हैं." खरगे ने इस संदर्भ में पीएम मोदी के छह ट्वीट का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने अमित शाह का समर्थन किया था.
कांग्रेस और बीजेपी के बीच इस विवाद ने एक बार फिर से अंबेडकर और संविधान के प्रति अपनी निष्ठा का मुद्दा उठा दिया है. मल्लिकार्जुन खरगे की बयानबाजी से यह साफ है कि विपक्ष इस मामले में कोई समझौता नहीं करना चाहता और वह सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है. इस मुद्दे पर आगे और क्या राजनीतिक घटनाक्रम होंगे, यह देखना बाकी है. First Updated : Wednesday, 18 December 2024