वक्त दर वक्त भारत की राजनिती बदलती रही है जैसे जैसे राजनीतिक विचारधारा बदली वैसे वैसे इतिहास और मान्यताओं को बदलने का कार्य भी होता रहा, जो भी विचारधारा सरकारीय  विचारधारा रही हो उसने अपने अनुरूप ही ऐतिहासिक तथ्य सही साबित करने के प्रयास लगातार किए हैं मौजूदा राजनीति भी उसे अछूती नहीं है मामला कश्मीर का था बहस संसद में थी जहां गृहमंत्री अमित शाह ने देश के पहले प्रधानमंत्री को ही इस समस्या का कर्ण धार बता दिया.

जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू पर हमला बोला था गृहमंत्री ने कहा कि अगर सीज़फायर नहीं होता तो आज पीओके नहीं होता और अगर दो दिन रुक जाते तो पूरा पीओके तिरंगे के तले आ जाता...अब इस पर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है.