अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पर उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा की बैठक, एलजी मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख रहें मौजूद
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के दौरान में गृह मंत्री द्वारा सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने की उम्मीद है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के दौरान में गृह मंत्री द्वारा सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने की उम्मीद है. बैठक में शाह ने जम्मू-कश्मीर में तैनात पुलिस, सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के बीच पूर्ण क्षेत्र प्रभुत्व और बेहतर समन्वय पर भी ध्यान केंद्रित किया.
गृह मंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश में स्थानीय खुफिया जानकारी को बढ़ावा देने और मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. पता चला है कि बैठक में क्षेत्र प्रभुत्व योजना, शून्य-आतंकवाद योजना, कानून व्यवस्था की स्थिति, यूएपीए से संबंधित मामलों और अन्य सुरक्षा संबंधी मुद्दों की समीक्षा की जाएगी. इस दौरान बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्य सचिव अटल डुल्लू, राष्ट्रीय जांच एजेंसी के डीजी दिनकर गुप्ता, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशकों सहित गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर के अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए.
#WATCH | Delhi: Union Home Minister Amit Shah chairs a high-level security review meeting on Jammu and Kashmir. The meeting is being attended by Jammu and Kashmir LG Manoj Sinha, Army Chief Gen Manoj Pande, NSA Ajit Doval, Director IB Tapan Deka and other officials. pic.twitter.com/m6X1PE4KWE
— ANI (@ANI) January 2, 2024
बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी मौजूद रहें.
गृह मंत्री ने पिछले साल 13 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर इसी तरह की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता की थी और कहा था कि सभी सुरक्षा एजेंसियां आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन करते हुए आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रही हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि आतंकवादियों के समर्थन और सूचना तंत्र को पूरी तरह से खत्म करने के लिए 360 डिग्री सुरक्षा तंत्र को और मजबूत किया जाएगा.
मंत्री ने पिछले साल 13 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी में केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा स्थिति पर एक समीक्षा बैठक भी की थी जिसमें उन्होंने सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की थी और दोहराया था कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के लिए प्रतिबद्ध है.