अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन
अमित शाह इस समय जम्मू-कश्मीर के तीन दिन के दौरे पर हैं लेकिन उनकी यात्रा के दौरान पाकिस्तान ने पुंछ जिले में सीजफायर तोड़ा और गोलाबारी शुरू कर दी. भारतीय सेना ने इसका जोरदार जवाब दिया और इलाके में सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिया. इस बीच, गृह मंत्री ने जम्मू में सुरक्षा की स्थिति को जल्द सामान्य होने का भरोसा दिलाया. क्या पाकिस्तान की गोलाबारी का कोई गहरा मकसद है? जानें पूरी जानकारी.

Amit Shah Kashmir Visit Amid Pakistan: भारत के गृह मंत्री अमित शाह इस समय जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जहां उन्होंने क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति को लेकर कई अहम बयान दिए. हालांकि उनकी यात्रा के दौरान पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर सीजफायर का उल्लंघन किया.
पाकिस्तान की सेना ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. भारतीय अधिकारियों ने बताया कि इस गोलीबारी के बाद तुरंत ही एक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पाकिस्तान की गोलीबारी का उपयोग घुसपैठ करने के लिए नहीं किया गया हो.
घुसपैठ और आतंकवादियों पर सख्त कार्रवाई
पाकिस्तान की ओर से किए गए इस सीजफायर उल्लंघन के पीछे की मंशा यह हो सकती है कि आतंकवादियों को घुसपैठ करने का मौका मिले, क्योंकि गोलीबारी के दौरान अक्सर ऐसी घटनाएं होती हैं. भारतीय सेना ने पूरी सतर्कता से इसका जवाब दिया और इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया. इससे पहले, 1 अप्रैल को भी पाकिस्तान की सेना ने ऐसा ही एक उल्लंघन किया था, जिससे भारतीय सेना को फिर से मुंहतोड़ जवाब देना पड़ा था.
अमित शाह की सुरक्षा को लेकर उम्मीदें
अमित शाह ने इस दौरान जम्मू में भाजपा विधायकों को संबोधित किया और उन्हें आश्वासन दिया कि जम्मू संभाग में जल्द ही सुरक्षा स्थिति सामान्य हो जाएगी. गृह मंत्री ने आतंकवादियों के बारे में भी बात की, जो मुख्य रूप से विदेशी भाड़े के आतंकवादी थे, और बताया कि पुंछ, राजौरी, कठुआ और किश्तवाड़ जैसे जिलों में सक्रिय हैं.
23 मार्च की घुसपैठ और मुठभेड़
गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के ठीक पहले, 23 मार्च को कठुआ जिले में एक घुसपैठ की घटना हुई थी. इसमें भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे पांच आतंकवादियों के एक समूह को भारतीय पुलिस ने मार गिराया. इस मुठभेड़ में 2 आतंकवादी मारे गए, जबकि चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इसके बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने कठुआ और राजौरी के ऊंचे इलाकों में अपना 'खोजो और खत्म करो' अभियान तेज कर दिया. इस अभियान का मकसद इन इलाकों में आतंकवादियों के संभावित ठिकानों का पता लगाना और उन्हें निष्क्रिय करना था.
कठुआ और राजौरी में लगातार खतरा
कठुआ जिले के बिलावर इलाके में शुक्रवार को आतंकवादियों और भारतीय सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी. यह इलाका आतंकवादियों द्वारा पुंछ और राजौरी जिलों में घुसपैठ करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. भारतीय सुरक्षा बलों ने इस इलाके में भी सतर्कता बढ़ा दी है, ताकि पाकिस्तान और आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को नाकाम किया जा सके.