अमित शाह का बड़ा बयान: अनुच्छेद 370 गया, जम्मू-कश्मीर में नए पर्यटन केंद्र का वादा

Amit Shah Big Statement: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का घोषणापत्र जारी किया. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 अब वापस नहीं आएगा और सरकार के पिछले 10 सालों को सुनहरे शब्दों में लिखे जाने का भरोसा दिया. क्या ये चुनाव जम्मू-कश्मीर की राजनीति को बदल देंगे पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें!

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Amit Shah Big Statement: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का घोषणापत्र जारी करते हुए बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास बन चुका है और इसे कभी वापस नहीं लाया जाएगा. इस बयान से स्पष्ट है कि भाजपा कश्मीर की राजनीति में एक नई दिशा देने का इरादा रखती है.

अमित शाह ने केंद्र सरकार के 10 साल के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा, '2014 से 2024 तक का समय भारत और जम्मू-कश्मीर के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा.' उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा की नीतियों से क्षेत्र में शांति और विकास की नई राहें खुली हैं.

नए पर्यटन केंद्र और रोजगार के वादे

भाजपा के घोषणापत्र में राजौरी के निकट एक नया पर्यटन केंद्र बनाने का वादा किया गया है. इसके साथ ही जम्मू में और भी कई पर्यटन केंद्रों की स्थापना की जाएगी. शाह ने कहा कि घाटी में पांच लाख नए रोजगार भी सृजित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय युवाओं को काम मिल सकेगा.

कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास

घोषणापत्र में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी और पुनर्वास के लिए टीका लाल टपलू विस्थापित समाज पुर्नवास योजना (टीएलटीवीपीवाई) का उल्लेख भी किया गया है. यह योजना कश्मीरी पंडितों के कल्याण को सुनिश्चित करेगी.

आतंकवाद का उन्मूलन

अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने का भी संकल्प लिया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के उन्मूलन के लिए एक श्वेत पत्र जारी किया जाएगा, जिसमें आतंक को बढ़ावा देने वाले के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान की जाएगी. उन्होंने कहा, 'भाजपा अधिकतम आतंकवाद से अधिकतम पर्यटन की दिशा में बढ़ रही है.'

विपक्ष पर निशाना

अमित शाह ने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा, विशेषकर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस पर. उन्होंने कहा कि ये दल तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं और अलगाववाद के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया कि क्या कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस के एजेंडे का समर्थन करती है.

आगामी चुनावों की तैयारी

अनुच्छेद 370 के हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. मतदान तीन चरणों में 18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगा और परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. ये चुनाव जम्मू-कश्मीर की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं. अमित शाह का बयान और भाजपा का घोषणापत्र यह दर्शाते हैं कि पार्टी जम्मू-कश्मीर में विकास और शांति लाने के लिए गंभीर है. अब यह देखना है कि चुनाव परिणाम क्या संकेत देते हैं और क्या भाजपा अपने वादों को पूरा कर सकेगी.  First Updated : Thursday, 26 September 2024