Amit Shah: CAA पर बोले अमित शाह, 'ये कभी वापस नहीं लिया जाएगा'
Amit Shah: CAA लागू होने के कुछ दिनों बाद समाचार एजेंसी एएनआई से अमित शाह ने कहा कि 'सीएए कभी वापस नहीं लिया जाएगा':
Amit Shah: नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के लागू होने के कुछ दिनों बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस अधिनियम को कभी वापस नहीं लिया जाएगा. समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा, ''सीएए कभी वापस नहीं लिया जाएगा. हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना हमारा फैसला है, हम इस पर कभी समझौता नहीं करेंगे.''
मुसलमानों को आवेदन करने का अधिकार
CAA अधिसूचना और उसके प्रावधानों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ''मुसलमानों को भी नागरिकता के लिए आवेदन करने का अधिकार है. किसी के लिए दरवाजे बंद नहीं किए गए हैं.'' यह विशेष अधिनियम इसलिए बनाया गया है क्योंकि लोग बिना किसी डॉक्यूमेंट्स के आए हैं. हम उन लोगों के लिए रास्ता खोजेंगे जो ऐसा करते हैं.''
अप्लाई करने के लिए समय लग सकता है, भारत सरकार आपके पास जो समय दिया गया है उसी समय पर आपको साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा. यानी डॉक्यूमेंट्स के ऑडिट के लिए आपको बुलाया जाएगा और आमने-सामने साक्षात्कार किया जाएगा. उन सभी लोगों का यहां स्वागत है जो 15 अगस्त 1947 से 31 दिसंबर 2014 के बीच भारत में आए हैं.''
विभाजन के समय 23% हिंदू थे,कहां गए?
CAA अधिसूचना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कहना है, "जो लोग अखंड भारत का हिस्सा थे और जिन पर मुकदमा चलाया गया या अत्याचार किया गया, उन्हें भारत में शरण दी जानी चाहिए और यह हमारी नैतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी है. जब विभाजन हुआ तो 23% हिंदू थे और पाकिस्तान में सिख लेकिन अब उनमें से केवल 3.7% ही बचे हैं. वे सब कहां चले गए?
अमित शाह ने आगे कहा कि वे यहां नहीं लौटे. उनका धर्म परिवर्तन किया गया, उनका अपमान किया गया, दोयम दर्जे का दर्जा दिया गया. वे कहां जाएंगे? क्या संसद उनके बारे में नहीं सोचेगी? अगर मैं बांग्लादेश की बात करूं तो 1951 में वहां हिंदू आबादी 22% थी, लेकिन अब आंकड़ों के मुताबिक, 2011 में हिंदू आबादी घटकर 10% रह गई है, वे कहां हैं?
'भ्रष्टाचार उजागर होने पर केजरीवाल ने धैर्य खोया'
अपना भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अपना धैर्य खो बैठे हैं. उन्हें नहीं पता कि ये सभी लोग पहले से ही भारत में आकर रह रहे हैं. अगर उन्हें इतनी ही चिंता है तो वे बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में बात क्यों नहीं करते या रोहिंग्याओं का विरोध क्यों नहीं करते? अमित शाह ने कहा, "केजरीवाल वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं.''
'बंगाल में घुसपैठ रोकेगी BJP'
सीएए अधिसूचना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर शाह ने कहा, ''वह दिन दूर नहीं जब भाजपा वहां (पश्चिम बंगाल) सत्ता में आएगी और घुसपैठ रोकेगी.'' शाह ने कहा कि अगर आप इस तरह की राजनीति करते हैं और इतने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे पर तुष्टिकरण की राजनीति करके घुसपैठ की अनुमति देते हैं और शरणार्थियों को नागरिकता मिलने का विरोध करते हैं, तो लोग आपके साथ नहीं होंगे. ममता बनर्जी को व्यक्ति-व्यक्ति के बीच अंतर नहीं पता है.''