केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किसानों से दिसंबर 2027 से पहले इस क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दालों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "आत्मनिर्भर भारत" के दृष्टिकोण की दिशा में एक और कदम उठाते हुए, शाह ने आज यहां 'अरहर दाल' उत्पादक किसानों के पंजीकरण, खरीद और भुगतान के लिए 'ई-समृद्धि पोर्टल' लॉन्च किया.
दिल्ली में 'दालों में आत्मनिर्भरता' पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा, "मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि किसानों के सहयोग से हम दिसंबर 2027 से पहले दलहन उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएंगे." शाह ने किसानों को आश्वासन दिया, "आपकी शुरुआत कृषि के क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाने वाली है."
शाह ने कहा "यह मोदी की तरफ से गारंटी है कि यदि आप भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ लिमिटेड (NCCF) के साथ पंजीकरण कराते हैं, तो हम आपकी दालें खरीदेंगे. यह मोदी सरकार की जिम्मेदारी है. अपनी दालों को एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर खरीदने के लिए मौजूदा 'तूर दाल' एमएसपी दर 2014-15 में 4,350 रुपये की तुलना में 7,000 रुपये है, जो 65 प्रतिशत की वृद्धि है.
First Updated : Thursday, 04 January 2024