मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के बाद अब राजस्थान के मुख्यमंत्री ने पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है. बीजेपी ने इन तीनों राज्यों में मिली भारी जीत के बाद अपना मुख्यमंत्री बना दिया है. चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे के मुताबिक, तीनों ही राज्यों के सीएम के पास करोडों की दौलत है, लेकिन हम आपको यहां एमपी के सीएम मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा में से किसके ऊपर सबसे ज्यादा कर्ज है इसके बारे में बता रहे हैं.
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव नेटवर्थ के साथ ही कर्ज के मामले में भी पहले नंबर पर हैं. 58 साल के डॉक्टर मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते हैं और इनके पास करीब 42 करोड़ रुपये की संपत्ति है. वहीं मुख्यमंत्री पर कर्ज की बात करें तो तकरीबन 9 करोड़ रुपये का कर्ज है. हलफनामे के मुताबिक, मध्यप्रदेश के सबसे अमीर नेताओं में शामिल सीएम मोहन यादव पर कर्ज कुल 8,54,50,844 रुपये का है, जो कि अलग-अलग वित्तीय संस्थानों से लिया गया है.
छत्तीसगढ़ सीएम भी लाखों के कर्जदार हैं. कर्ज के मामले में छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव दूसरे नंबर पर हैं. इनकी संपत्ति करोड़ों में है और इन पर लाखों रुपये का कर्जा है. चुनाव आयोग में दायर किए गए हलफनामे में नए सीएम विष्णुदेव साय और उनकी फैमिली के पास 3,80,81,550 रुपये की कुल संपत्ति है, जबकि उनके ऊपर दो लोन चल रहे हैं, जिसमें उनकी देनदारी 65,81,921 रुपये है.
अब बात करते हैं राजस्थान के नए सीएम भजन लाल शर्मा की, तो बता दें तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों में से सबसे कम नेटवर्थ इनकी है. इसके साथ ही राजस्थान सीएम पर कर्ज भी कम है. चुनावी हलफनामे में दी गई जानकारी के मुताबिक, सांगानेर विधानसभा सीट से जीतकर राजस्थान के नए सीएम बने भजन लाल शर्मा की कुल नेटवर्थ 1,46,56,666 रुपये की है. जबकि इनके ऊपर देनदारी करीब 46 लाख रुपये है. सीएम के नाम पर दो लोन चल रहे हैं, जिनमें से एक SBI से बिजनेस लोन के रूप में 29,46,344 रुपये का है, जबकि दूसरा लोन भजन लाल शर्मा ने अपने बेटे की पढ़ाई के लिए लिया है. पंजाब नेशनल बैंक से लिया गया ये एजुकेशन लोन 16,53,655 रुपये का है. First Updated : Friday, 15 December 2023