अमृतपाल को मां का मोह नहीं? सांसद क्यों बोला- मुझे दुख है, मां ने ऐसा किया

Amritpal Singh: अमृतपाल सिंह ने लोकसभा सांसद की शपथ लेने के बाद अपने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने अपनी मां के दिए गए बयान के बारे में बोला है . उन्होंने कहा कि ये उनसे अनजाने में दिया गया बयान है. जब मुझे ये पता चला तो मेरा मन बहुत दुखी हुआ. ऐसा बयान मेरे परिवार या मेरा समर्थन करने वाले किसी भी व्यक्ति की तरफ से नहीं आना चाहिए.

JBT Desk
Edited By: JBT Desk

Amritpal Singh:  लोकसभा का सांसद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का एक बयान इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है, ये बयान अमृतपाल सिंह के सांसद की शपथ लेने के बाद दिया है. जिसमें उनकी मां ने अपने बेटे अमृतपाल सिंह के लिए कही हैं. मां के दिए गए बयान को लेकर उन्होंने खुद को अलग कर लिया है. जिसके बाद उनकी पोस्ट चर्चा में आ गई है. 

वायरल पोस्ट में  अमृतपाल सिंह ने कहा 'जब मुझे आज मां द्वारा कल दिए गए बयान के बारे में पता चला तो मेरा दिल बहुत दुखी हुआ. बेशक, मुझे यकीन है कि यह बयान सच है." 

मां के बयान पर जताया दुख

अमृतपाल सिंह ने पोस्ट में मां दिए गए बयान पर लिखा कि आज जब मुझे मां द्वारा दिए गए बयान के बारे में पता चला तो मेरा मन बहुत दुखी हुआ. बेशक, मुझे यकीन है कि यह बयान मां ने अनजाने में दिया होगा, लेकिन फिर भी ऐसा बयान मेरे परिवार या मेरा समर्थन करने वाले किसी भी व्यक्ति की तरफ से नहीं आना चाहिए. खालसा राज्य का ख्वाब देखना कोई गुनाह नहीं, गर्व की बात है. जिस रास्ते के लिए लाखों सिखों ने अपनी जान कुर्बान की है, उससे पीछे हटने का हम ख्वाब में भी नहीं देख सकते.

छोड़ दूंगा परिवार को

अमृतपाल ने अपनी पोस्ट में आगे ये भी लिखा कि , "मैंने मंच से बोलते हुए कई बार कहा है कि अगर मुझे पंथ और परिवार में से किसी एक को चुनना पड़े, तो मैं हमेशा पंथ को ही चुनूंगा. अमृतपाल सिंह ने अपने पोस्ट में कहा, "मैंने इसके लिए अपने परिवार को कभी नहीं डांटा. सिख राज्य पर समझौते के बारे में सोचना भी अस्वीकार्य है और उम्मीद है कि आगे यह गलती दोहराई जाएगी.

जेल से दिल्ली सांसद की ली शपथ

निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह पंजाब के खडूर साहिब सीट से जीते हैं. उन्होंने 5 जुलाई को लोकसभा सांसद के तौर पर शपथ ली है. लोकसभा सांसद अमृतपाल सिंह को शपथ दिलाने के लिए असम के डिब्रूगढ़ जेल से दिल्ली लाया गया था. उसको शपथ लेने के बाद फिर से दिल्ली से डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया गया है. खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह की शपथ के लिए विशेष सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. 

मां का बयान

लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद जेल में बंद अमृतपाल सिंह की मां ने कहा था कि उनका बेटा अमृतपाल खालिस्तानी समर्थक नहीं है. युवाओं को पक्ष में बोल लेने से वो खालिस्तानी समर्थक नहीं बन जाता है. क्या पंजाब के युवाओं को बारे में बोलना, पंजाब के युवाओं को बचाना खालिस्तानी समर्थक बना जाता है? उन्होंने संविधान के दायरे में चुनाव लड़ा है.  अब उन्हें खालिस्तानी समर्थक नहीं कहना चाहिए.

खडूर साहिब सीट से हुई जीत

लोकसभा चुनाव में पंजाब की खडूर साहिब सीट से अमृतपाल सिंह ने जीत दर्ज की थी. अमृतपाल सिंह को चुनाव में 197120 वोटों से जीत हासिल की थी. उनको कुल 404430 वोट मिले वहीं,कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 207310 वोट मिले. जिससे उनको हार का सामना करना पड़ा. साल 2019 के नतीजों की बात करें तो यहां कांग्रेस के जसबीर सिंह गिल की जीत हुई थी.

calender
07 July 2024, 11:55 AM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो