G20 Summit: भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन का सफलता पूर्वक समापन हो चुका है. इस सम्मेलन के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दें पर विश्व के शीर्ष नेताओं की सहमति बनी. वहीं उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने भी केंद्र सरकार के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि भारत के बढ़ते प्रभुत्व ने जी20 शिखर सम्मेलन में विभिन्न मुद्दों पर आम सहमति बनाने में मदद की. उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान संयुक्त घोषणापत्र पर आम सहमति बनना भारतीय कूटनीति के लिए बड़ी जीत है. हो सकता है कि इस विषय पर दुनिया का उतना ध्यान नहीं गया हो, लेकिन यह एक कुशल कूटनीतिक शतरंज की चाल से कम नहीं है.
आनंद महिंद्रा ने की तारीफ
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'वन बेल्ट-वन रोड पहल के माध्यम से चीन ने पूरी दुनिया के फैसलों को प्रभावित करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत-पश्चिम एशिया और यूरोप कॉरिडोर की पेशकश करके बीजिंग की इस महत्वाकांक्षा को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया. पीएमओ, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के प्रयास से यह संभव हुआ.'
उद्योग जगत ने नई दिल्ली घोषणापत्र का किया समर्थन
उद्योग जगत से जुड़े अन्य लोगों ने भी दिल्ली घोषणापत्र का समर्थन किया है. एसोचैम के महानिदेशक दीपक सूद ने कहा कि जी20 में सर्वसम्मति से जारी किया गया संयुक्त घोषणापत्र एक प्रभावशाली आर्थिक और रणनीति शक्ति के रूप में भारत के दबदबे का प्रतिबिंब है.
नैसकॉम की प्रेसिडेंट देबजानी घोष ने इस उपलब्धि को एक बड़ा मील का पत्थर बताया है. फिक्की के प्रेसिडेंट शुभ्रकांत पांडा ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन में आम सहमति बनाने के काम को पूरा करना एक वैश्विक शक्ति के रूप में भारत के उदय का प्रतीक है.
असंभव को संभव बनाने के लिए पीएम मोदी को बधाई- अजय बंगा
विश्व बैंक के प्रेसिडेंट अजय बंगा ने कहा कि असंभव को संभव बनाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई. भारत के शेरपा अमिताभ कांत को भी इसे पूरा करने के लिए बधाई. पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने कहा कि जी20 एक विश्वकप की मेजबानी करने और फाइनल ट्रॉफी जीतने जैसा है. First Updated : Monday, 11 September 2023