हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, देवी स्तोत्र का जाप और जानवरों के प्रति करुणा, कुछ ऐसी रही अनंत की पदयात्रा
अनंत अंबानी ने अपने 30वें जन्मदिन के अवसर पर गुजरात के जामनगर से द्वारकाधीश मंदिर तक 170 किलोमीटर लंबी आध्यात्मिक पदयात्रा पूरी की. यह यात्रा 29 मार्च को प्रारंभ हुई और 7 अप्रैल को समाप्त हुई. अनंत ने इसे अपनी एक गहरी और व्यक्तिगत आध्यात्मिक यात्रा बताया.

अनंत अंबानी ने रविवार को अपनी 170 किलोमीटर की आध्यात्मिक पदयात्रा पूरी की, जो उनके पैतृक नगर जामनगर से द्वारका तक थी. यह यात्रा 29 मार्च को शुरू हुई और उनके 30वें जन्मदिन से तीन दिन पहले राम नवमी के दिन समाप्त हुई. यात्रा के अंतिम दिन अनंत श्री द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे और दर्शन के बाद उन्होंने कहा कि यह मेरी व्यक्तिगत आध्यात्मिक यात्रा थी, जिसे मैंने भगवान के नाम के साथ शुरू किया और उसी के साथ समाप्त किया. भगवान द्वारकाधीश और इस यात्रा में मेरे साथ चलने वाले सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं. इस यात्रा के दौरान उन्होंने हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और देवी स्तोत्र का जाप भी किया.
द्वारकाधीश के पवित्र स्थल तक की यात्रा पूरी
यात्रा के अंतिम चरण में अनंत के साथ उनकी मां नीता अंबानी और पत्नी राधिका मर्चेंट भी मौजूद थीं. नीता अंबानी ने कहा कि एक मां के रूप में मुझे गर्व है कि मेरे छोटे बेटे ने द्वारकाधीश के पवित्र स्थल तक की यात्रा पूरी की. इस यात्रा में उनके साथ चल रहे युवा हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को फैलाने में मदद कर रहे हैं. मैं भगवान द्वारकाधीश से प्रार्थना करती हूं कि वे अनंत को शक्ति और आशीर्वाद दें.
राधिका ने इसे एक व्यक्तिगत और महत्वपूर्ण क्षण बताया. शादी के बाद यह उनकी इच्छा थी कि वे इस प्रकार की पदयात्रा करें. हमें गर्व है कि हम यहां उनका जन्मदिन मनाते हुए उनके साथ हैं. मैं उन सभी का आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने उन्हें आशीर्वाद दिया और इस यात्रा में उनका साथ दिया.
#WATCH | Devbhumi Dwarka, Gujarat | 'Padyatra' of Anant Ambani, Director, Reliance Industries Limited, from Jamnagar to Dwarkadhish Temple, completed today and arrived at Dwarkadhish Temple on the occasion of #RamNavami2025.
— ANI (@ANI) April 6, 2025
Anant Ambani says, "I extend my best wishes to all on… pic.twitter.com/JhL6KGkqvQ
यात्रा अनंत के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण
यह यात्रा अनंत के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा है, जिनमें कुशिंग सिंड्रोम, अस्थमा, मोटापा और फेफड़ों की गंभीर बीमारियां शामिल हैं. इन सभी चुनौतियों के बावजूद, अनंत ने पूरी यात्रा पैदल की. यात्रा के दौरान उन्होंने पोल्ट्री ट्रक से मुर्गियों को बचाकर और उनकी देखभाल करके जानवरों के प्रति अपनी करुणा का भी प्रदर्शन किया.
अनंत ने इस यात्रा के लिए अपने पिता मुकेश अंबानी का धन्यवाद किया, जिन्होंने उन्हें प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि जब मैंने अपने पिता से इस पदयात्रा के बारे में बताया, तो उन्होंने मुझे बहुत ताकत दी और मेरी यात्रा को लेकर प्रेरित किया. राम नवमी के दिन अनंत ने द्वारकाधीश मंदिर में पूजा की और कहा कि मैं सभी को अपनी शुभकामनाएं देता हूं और भगवान के आशीर्वाद से मेरी यात्रा सफल रही.