लद्दाख में चल रहे चीन के साथ सीमा विवाद के बीच थल सेना प्रमुख ने कहा 'हमें चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए'

Indian Army: सेना प्रमुख ने कहा कि सुरक्षा और आर्थिक प्रगति के बीच गहरा संबंध है. एक सुरक्षित वातावरण घरेलू और विदेशी निवेश के लिए आवश्यक स्थिरता प्रदान करता है और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है.

Sangita Jha
Sangita Jha

हाइलाइट

  • सशस्त्र बलों को ''अप्रत्याशित की उम्मीद'' कहावत पर खरा उतरने की जरूरत: थल प्रमुख
  • पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद पर मनोज पांडे का बयां आया

Indian Army: चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अस्थिर सीमाओं की हमारी विरासती चुनौतियां हमें परेशान करती रहेंगी. उन्होंने उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य और सुरक्षा चुनौतियों के प्रति सेना को जागरूक रहने की आवश्यकता पर बल दिया.

पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहा सीमा विवाद

उन्होंने आगे कहा कि सशस्त्र बलों को "अप्रत्याशित की उम्मीद करें" कहावत पर खरा उतरने की जरूरत है. ये बातें उन्होंने नागपुर में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में एक कार्यक्रम के दौरान कहीं. जनरल पांडे की यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच आई है.

विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए, सेना प्रमुख ने कहा कि भारत-प्रशांत में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है. इसलिए हमें चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा. सेना प्रमुख ने कहा कि सुरक्षा और आर्थिक प्रगति के बीच गहरा संबंध है.

वैश्विक घटनाक्रम का असर भविष्य में देखने को मिलेगा 

एक सुरक्षित वातावरण घरेलू और विदेशी निवेश के लिए आवश्यक स्थिरता प्रदान करता है और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है. उन्होंने कहा कि मौजूदा वैश्विक घटनाक्रम का असर भविष्य में देखने को मिलेगा. रूस-यूक्रेन और इज़राइल-हमास युद्ध आने वाले दशकों में देशों के बीच संबंधों को फिर से परिभाषित करेंगे और विश्व राजनीति को नया आकार देंगे.

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17 December 2023, 06:40 AM IST

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