मेरे कपड़े उतारे, पैर बांधे, कमरे में फेंका, सेना के कैप्टन की मंगेतर ने ओडिशा के पुलिस स्टेशन में यातना की सुनाई दास्तां

Army Officer Fiance Torture Story: सेना के एक अधिकारी की मंगेतर ने दावा किया है कि गुंडों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की कोशिश करने पर भरतपुर स्टेशन पर भुवनेश्वर पुलिस ने उसे प्रताड़ित किया. उसने आरोप लगाया कि उसे न्यूड किया गया, लात मारी गई और महिला अधिकारी पर हमला करने का झूठा आरोप लगाया गया. पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

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Army Officer Fiance Torture Story: 15 सितंबर को भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस स्टेशन में पुलिस की ओर से कथित तौर पर प्रताड़ित की गई एक आर्मी अधिकारी की मंगेतर ने जेल से रिहा होने के बाद अपनी भयावह आपबीती सुनाई. 32 साल की रेस्तरां मालिक सह वकील ने आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर-इन-चार्ज (आईआईसी) दीनाकृष्ण मिश्रा और चार अन्य कर्मियों ने उसे न्यूड कर दिया और लात-घूंसों से पीटा. शिकायत के बाद पांचों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

महिला पुलिस अधिकारी पर हमला करने के आरोप में पुलिस की ओर से गिरफ्तार की गई पीड़िता ने कहा कि आईआईसी की बर्बरता ने सभी हदें पार कर दीं. उसने मेरी तरफ अनुचित इशारे किए. पांचों पुलिसकर्मियों ने सभी आरोपों से इनकार किया है और अब वे क्राइम ब्रांच की जांच का सामना कर रहे हैं. पीड़िता ने कहा कि पुलिस ने उसे झूठे मामले में फंसाया और खुद को बचाने के लिए उसे गिरफ्तार कर लिया.

रेस्तरां से लौटते वक्त गुंडों ने किया हमला

ओडिशा हाई कोर्ट ने बुधवार को उसे जमानत दे दी. महिला के अनुसार, वो और उसका मंगेतर 15 सितंबर को देर रात अपना रेस्तरां बंद करके घर लौट रहे थे, तभी गुंडों ने उन्हें घेर लिया और उन पर हमला कर दिया. उन्होंने कहा कि वे तुरंत भरतपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने गईं, लेकिन मदद मिलने के बजाय उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया. पीड़िता ने दावा किया कि जब उसने पुलिस से गुंडों को गिरफ्तार करने का अनुरोध किया, तो उन्होंने उसके और उसके मंगेतर के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया.

उन्होंने महिला पुलिसकर्मी पर हमला करने के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि जब दो महिला पुलिसकर्मियों ने मेरे बाल पकड़कर मुझे घसीटा और मेरे साथ मारपीट की, तो मैंने वापस लड़ने की कोशिश की. आत्मरक्षा के लिए, मैंने एक महिला अधिकारी के हाथ को काट लिया. पीड़िता ने आगे आरोप लगाया कि पुलिस ने उसके हाथ और पैर रस्सियों से बांध दिए और उसे एक कमरे में फेंक दिया, जहां एक पुरुष अधिकारी ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया.

ऐसे अपराध के लिए मुझे अरेस्ट किया, जिसे मैंने किया ही नहीं: पीड़िता

महिला ने बताया कि मुझे एक ऐसे अपराध के लिए गिरफ्तार कर लिया, जो मैंने कभी नहीं किया. पीड़िता, जिसका वर्तमान में एम्स भुवनेश्वर में इलाज चल रहा है, ने मांग की कि पूर्व IIC और अन्य जिन्होंने सेना अधिकारी पर हमला किया और उसके साथ छेड़छाड़ की, उन्हें गिरफ्तार किया जाए. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब सेना के कप्तान ने पुलिस कर्मियों को एक सेवारत रक्षा अधिकारी को गिरफ्तार करने के प्रोटोकॉल के बारे में बताने की कोशिश की, जिसके लिए गिरफ्तारी वारंट आवश्यक था, तो पुलिस ने उसे गालियां दीं. 

सेना के अधिकारी ने कहा कि उन्हें 3 बजे से सुबह 6 बजे तक सेल में अवैध रूप से हिरासत में रखा गया था. अपनी शिकायत के अनुसार, आईआईसी मिश्रा सुबह करीब 6 बजे थाने पहुंचे. जब उनकी मंगेतर ने आईआईसी से उनकी अवैध हिरासत के बारे में पूछा, तो उन्हें पुलिस ने एक कमरे में घसीटा, कपड़े उतारे और मारपीट की. 

उन्होंने कहा कि आईआईसी ने उनकी मंगेतर को परेशान किया और उसके साथ छेड़छाड़ की. सेना के कैप्टन ने अपनी शिकायत में लिखा, "मैं 30 मिनट तक उसकी चीखें सुनता रहा. बाद में, मेरी मंगेतर को अवैध रूप से गिरफ्तार कर लिया गया और अदालत में भेज दिया गया. हालांकि, सरकार ने बुधवार को भरतपुर पुलिस स्टेशन के पांच कर्मियों को निलंबित कर दिया.

First Updated : Friday, 20 September 2024