केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को महाराष्ट्र में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि -कश्मीर में अनुच्छेद 370 कभी बहाल नहीं किया जाएगा. शाह ने कहा कि चाहे इंदिरा गांधी स्वर्ग से ही क्यों न लौट आएं तो भी हम जम्मू कश्मीर में 370 कभी बहाल नहीं होने देंगे.
अमित शाह के इन बयानों से यह साफ है कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को लेकर अपने फैसले पर कायम है और एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण को लेकर भी कोई बदलाव नहीं करना चाहती. इस प्रकार, भाजपा ने अपनी चुनावी रणनीति को स्पष्ट कर दिया है और उम्मीद की जा रही है कि यह बयान महाराष्ट्र के चुनावी माहौल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
बता दें कि 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था. इस कदम के बाद भाजपा बार-बार दोहराती रही है कि अनुच्छेद 370 को वापस नहीं लाया जाएगा, और अमित शाह ने एक बार फिर इस बात को साफ कर दिया कि चाहे कुछ भी हो जाए वो प्रदेश में फिर से 370 नहीं लागू होने देंगे.
अमित शाह ने सभा में कांग्रेस के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी और उनकी "चौथी पीढ़ी" भी आ जाएं तो भी मुसलमानों को दलित, आदिवासी और अन्य पिछड़ी जातियों के लिए निर्धारित आरक्षण में हिस्सा नहीं मिलेगा. शाह ने कहा, "हाल ही में कुछ मुस्लिम विद्वानों ने कांग्रेस के अध्यक्ष से मिलकर मुसलमानों को आरक्षण देने की मांग की. अगर ऐसा करना है, तो एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में कटौती करनी होगी, जो भाजपा किसी भी सूरत में नहीं होने देगी.
अमित शाह का यह बयान महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आया है. महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी का 'महायुति' गठबंधन महा विकास अघाड़ी (शिवसेना-यूबीटी, एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन) के खिलाफ चुनाव मैदान में है. अमित शाह के इस बयान से भाजपा ने अपने रूढ़िवादी और मजबूत स्टैंड को स्पष्ट करते हुए मतदाताओं के बीच एक कड़ा संदेश भेजा है. First Updated : Thursday, 14 November 2024