Protest against CAA : गृह मंत्रालय द्वारा सीएए के नियमों को अधिसूचित किए जाने के बाद पीएम मोदी आज देश को संबोधन करने वाले हैं जिस पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इस बीच देशभर में CAA कानून लागू होने के बाद जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए परिसर के अंदर और बाहर कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया है.
देशभर में CAA कानून लागू होने के कुछ घंटों बाद सोमवार को जामिया मिलिया इस्लामिया में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. मुस्लिम छात्र संघ की अगुवाई में विद्यार्थियों के एक समूह ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध जताया.
जामिया के कार्यकर्ता प्राध्यापक इकबाल हुसैन ने कहा, "हमने सुरक्षा को मजबूत किया है ताकि कैंपस पर किसी भी प्रकार के गतिविधि को रोका जा सके. कैंपस के अंदर या बाहर छात्र या बाहरी किसी भी व्यक्ति को CAA के खिलाफ किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगा.
बता दें कि जामिया कैंपस के अंदर से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें छात्रों के एक ग्रुप पोस्टर और बैनर लेकर जामिया कैंपस में CAA और NRC (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
नागरिकता संशोधन लागू होने के बाद देशभर से मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है. एक तरफ भाजपा इस ऐतिहासिक फैसला बता रही है तो वहीं दूसरी तरफ असम के 30 संगठन इसके विरोध में आज CAA कानून की कॉपियां जलाने वाले हैं. इससे पहले सोमवार को भी गुवाहाटी, बरपेटा, लखीमपुर नलबाड़ी, डिब्रूगढ़ और तेजपुर सहित राज्य के कई हिस्सों में ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के छात्रों ने सीएए कानून का विरोध किया था और कानून की कॉपियां जलाई थी.
असम में CAA कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राज्य की शांति भंग न हो इसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा का कड़ा इंतजाम किया है. असम के सोनितपुर जिले में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है क्योंकि पुलिस प्रशासन को डर है कि यहां प्रदर्शन के दौरान शांति व्यवस्था बिगड़ सकती है. First Updated : Tuesday, 12 March 2024