Israel–Hamas war: इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच चल रही जंग पर दुनिया भी दो धड़ों में बंट गई है. कुछ देश तो इजरायल का समर्थन कर रहे हैं तो, कुछ फ्लीस्तीन का. इसी तरह भारत में भी देखने को मिल रहा है. जहां कुछ लोग फलीस्तीन का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ उसका विरोध करने में लगे हुए हैं. हाल ही में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने फलस्तीन के समर्थन में नारेबाजी की है.
असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह तेज-तेज फलीस्तीन जिंदाबाद के नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. दरअसल, ओवैसी पार्टी की तरफ से फलीस्तीन के समर्थन में नारे लगा रहे थे और इजरायल का विरोध. इस कार्यक्रम में मुस्लिम धर्मगुरू भी शामिल हुए थे. इससे पहले भी एआईएमआईएम के नेता कई दफा नारे लगाते हुए नजर आए हैं, उनका कहना है कि इजरायल की सेना गाजा में जुल्म कर रही है, जिसे वह काफी दुखों का सामना करना पड़ रहा है.
ओवैसी ने भारत सरकार से यह भी मांग कर डाली की युद्ध रोकने के लिए सरकार इसके लिए दखल देना चाहिए. आज इजरायल में जो कर रहा है, वो नरसंहार है. सभा में फलीस्तीनियों का समर्थन करते हुए जिंदाबाद नारे लगाने के साथ एक प्रस्ताव भी पारित किया है. उन्होंने कहा कि हम महात्मा गांधी की उस बात को याद रखें कि जिस तरह उन्होंने कहा था कि इंग्लैंड अंग्रेजों का है, फ्रांस फ्रांसीसियों का है. उसी तरह फलीस्तीन फलस्तीनियों का है.
इसके साथ ही ओवैसी ने एक वीडियो को पोस्ट करते हुए सोशल साइट एक्स पर लिखा कि फलीस्तीन के उन बच्चों को सलाम, जो अपने माता-पिता की लाशों को देखकर भी नारा-ए-तकदीर अल्लाह हु अकबर का नारा बुलंद कर रहे हैं.