Delhi CM Atishi Oath Ceremony : आतिशी ने दिल्ली के सीएम पद की शपथ ली. आतिशी ने आम आदमी पार्टी में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं. वह 2013 में चुनावी डेब्यू करने वाली आम आदमी पार्टी का पहला मैनिफेस्टो तैयार करने वाली घोषणापत्र मसौदा समिति की भी सदस्य रहीं और शुरुआती दिनों में पार्टी की नीतियों को आकार देने में अहम भूमिका निभाई. आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता के रूप में भी आतिशी ने प्रमुख मंचों पर मजबूती से पार्टी का पक्ष रखा.
बता दें कि केजरीवाल के इस्तीफे से पहले आम आदमी पार्टी विधायक दल की बैठक में आतिशी को नया नेता चुना गया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाली आम आदमी पार्टी की आतिशी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सुषमा स्वराज और कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद तीसरी महिला नेता होंगी.
आतिशी ने आम आदमी पार्टी में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं. वह 2013 में चुनावी डेब्यू करने वाली आम आदमी पार्टी का पहला मैनिफेस्टो तैयार करने वाली घोषणापत्र मसौदा समिति की भी सदस्य रहीं और शुरुआती दिनों में पार्टी की नीतियों को आकार देने में अहम भूमिका निभाई. आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता के रूप में भी आतिशी ने प्रमुख मंचों पर मजबूती से पार्टी का पक्ष रखा.
1. सौरभ भारद्वाज : पार्टी की मजबूत आवाज
ग्रेटर कैलाश सीट से तीन बार के विधायक सौरभ भारद्वाज को फिर से मंत्रिमंडल में जगह मिली है. इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके राजनीति में आए भारद्वाज दिसंबर 2013 में 49 दिन की अरविंद केजरीवाल सरकार में परिवहन और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी थे.
2. कैलाश गहलोत : केजरीवाल के विश्वासपात्र
शामिल कैलाश गहलोत को आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख का विश्वासपात्र कहा जाता है. गहलोत सीएम पद के लिए भी प्रमुख दावेदारों में शामिल थे. पचास वर्षीय विधायक गहलोत ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं और ‘आप’ के एक प्रमुख जाट नेता हैं, जिन्होंने 2015 और 2020 में दो बार नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की.
3. गोपाल राय : पूर्वांचल का चेहरा
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बाबरपुर क्षेत्र से दो बार के विधायक गोपाल राय को मनोनीत मुख्यमंत्री आतिशी की अध्यक्षता वाली नयी मंत्रिपरिषद में बरकरार रखा गया है. राय पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के लंबे समय से सहयोगी हैं और आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. ‘आप’ के पूर्वांचली चेहरे राय पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ जिले से संबंध रखते हैं.
4. इमरान हुसैन : अल्पसंख्यक का प्रतिनिधित्व
इमरान हुसैन दिल्ली के बल्लीमारन से विधायक हैं. उन्होंने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण जीत के साथ अपने चुनावी सफर की शुरुआत की थी. इस चुनाव में उन्होंने 33,877 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। हुसैन दिल्ली सरकार में खाद्य और आपूर्ति और वन मंत्री रह चुके हैं.
5. मुकेश अहलावत : पार्टी का दलित चेहरा
दिल्ली के सुल्तानपुर माजरा से विधायक अहलावत को समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद द्वारा इस्तीफा देने के बाद खाली हुए स्थान पर शामिल किया गया है. अहलावत सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने हैं. उन्होंने 2020 में 48,000 से अधिक मतों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी.
First Updated : Saturday, 21 September 2024