कैसी होगी आतिशी की कैबिनेट इन 2 नए नामों का हो रही चर्चा

AAP Leader Atishi: आम आदमी पार्टी ने आतिशी को दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुना है. मंगलवार को उन्होंने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है. इसके बाद उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री अपने गोल के बारे में बताया है. शनिवार को नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह होने की संभावना है. आतिशी के मंत्रिमंडल में दो नए चेहरे शामिल होंगे.

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AAP Leader Atishi:  दिल्ली में नए मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ ही नए कैबिनेट  में शामिल होने वाले चेहरों को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं. आतिशी 21  सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकती हैं. अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि उनका मंत्री मंडल भी इस्तीफा दे सकता है, लेकिन अब ऐसी खबरें सामने आ रही हैं, कि पुरानी कैबिनेट के साथ ही आतिशी अपना कार्यकाल पूरा करेंगी. हालांकि कैबिनेट में 2 नए चेहरे देखे जा सकते हैं.

दिल्ली की पूर्व सरकार में आतिशी को छोड़कर कैलाश गहलोत, गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन मंत्री थे. इन 4 नेताओं को एक बार फिर मंत्री पद मिलेगा और इनके मंत्रालयों में भी बड़ा फेरबदल नहीं होगा, लेकिन 2 नए मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल करने को लेकर विमर्श चल रहा है.

इन 2 नामों पर विचार 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगले 3 से 4 महीने में दिल्ली विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी कैबिनेट में एक दलित चेहरा, जबकि दूसरा पूर्वांचली शामिल कर सकती है. दिल्ली में इनके मतदाता बड़ी संख्या में हैं. पूर्वांचली चेहरे के रूप में बुराड़ी से विधायक संजीव झा और राजेंद्र नगर से विधायक दुर्गेश पाठक के नाम पर विचार किया जा रहा है. संजीव झा बुराड़ी से 3 बार विधायक बन चुके हैं और पार्टी के प्रवक्ता के रूप में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं. वहीं, दुर्गेश पाठक लगातार पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाते रहे हैं. MCD में AAP की सत्ता लाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.

विशेष रवि और कुलदीप कुमार की भी चर्चा

कुलदीप कुमार का नाम दलित चेहरे के रूप में सबसे आगे है. कुलदीप कुमार कोंडली से विधायक हैं और लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली से AAP के उम्मीदवार थे. दलित चेहरे के रूप में दूसरा नाम करोल बाग से विधायक विशेष रवि का है. यह माना जा रहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता गुरुवार को मंत्रिमंडल के सभी नामों को तय कर सकते हैं.

CM पद से इस्तीफा

आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने CM पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था. उन्होंने दो टूक कह दिया था कि जब तक दिल्ली की जनता उन्हें दोबारा से CM पद की कमान नहीं सौंपती है, तब तक वो इस पद को ग्रहण नहीं करेंगे. साथ ही नवंबर में ही विधानसभा चुनाव झारखंड और महाराष्ट्र के साथ कराए जाने की मांग की थी.

First Updated : Thursday, 19 September 2024