नवादा में CBI पर हमला, UGC-NET पेपर धांधली की जांच के लिए पहुंची थी टीम

Attack on Nawada CBI: घटना की सूचना मिलने के बाद रजौली थाना के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर सीबीआई के चार अधिकारियों को सुरक्षित निकाला. इस घटना में एफआईआर दर्ज की गई है और 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तकरीबन 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. 

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Attack on Nawada CBI:  देश में UGC NET परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर चल रहे विवाद के बीच परीक्षा में हुई धांधली की जांच करने के लिए गई सीबीआई की टीम पर बिहार के नवादा जिले  के कसियाडीह गांव में ग्रामीणों ने  हमला कर दिया.  यह हमला ग्रामीणों ने शक के आधार पर किया. उन्हें लगा कि यह सीबीआई की टीम नकली है और उन पर हमला कर उनकी गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घटना की सूचना मिलने के बाद  रजौली थाना के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर सीबीआई के 4 अधिकारियों को सुरक्षित निकाला. इस घटना में एफआईआर दर्ज की गई है और 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लगभग वहीं 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. 

घटना को लेकर क्या बोले रजौली एसडीपीओ?

रजौली एसडीपीओ के अनुसार, घटना शनिवार शाम की है. सीबीआई की टीम एक घर पर छापेमारी करने पहुंची थी और उन्होंने वह फोन भी जब्त कर लिया था जिसका इस्तेमाल यूजीसी नेट पेपर लीक मामले में किया गया था. जैसे ही सीबीआई ने यह फोन जब्त किया, घर के लोगों ने सीबीआई की टीम पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया और फिर मौके पर इकट्ठा हुए ग्रामीण भी सीबीआई की टीम पर हमला कर दिया 

NEET-UG की जांच CBI को सौंपी गई 

शिक्षा मंत्रालय ने नीट-यूजी परीक्षा में कथित गड़बड़ियों का मामला व्यापक जांच के लिए CBI को सौंप दिया है. राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए)  ने 5 मई 2024 को OMR (पेन और पेपर) मोड में नीट-यूजी  परीक्षा आयोजित की थी. ऐसे में  इस परीक्षा में गड़बड़ी और धांधली का मामला सामने आया था.  इस बीच परीक्षा में पारदर्शिता के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक समीक्षा बैठक की. इसके बाद इस मामले जांच सीबीआई  को सौंपने का फैसला किया है.

सरकार ने उठाया व्यापक कदम 

केंद्र सरकार ने नीट और यूजीसी-नेट परीक्षाओं में कथित धांधली को लेकर खड़े हुए विवाद के बीच भविष्य में पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए लेकर बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 को अधिसूचित किया, जिसका उद्देश्य देशभर में आयोजित होने वाले प्रतियोगी और सामान्य प्रवेश परीक्षाओं में होने वाले फर्जीवाड़े को रोकना है. इस कानून में कहा गया है कि  परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति/संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

5 मई को आयोजित हुई थी NEET-UG की परीक्षा

बता दें, कि नीट-यूजी की परीक्षा 5 मई को देशभर के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था. परीक्षा के नतीजे को  4 जून को घोषित किया गया था. यह  रिजल्ट 10 दिन पहले ही जारी कर दिया गया था. 

रिजल्ट घोषित होने के बाद पेपर लीक और गड़बड़ी के आरोप लगाए गए, क्योंकि 67 से अधिक छात्रों ने अधिकतम अंक प्राप्त किए, जिनमें से कुछ छात्र एक ही परीक्षा केंद्र के थे. पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में बिहार में अनियमितताओं और पेपर लीक का मामला सामने आया.

इसके साथ ही कुछ उम्मीदवार सार्वजनिक रूप से सामने आए हैं, उन्होंने दावा किया है कि उन्हें परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर मिल गया था.  इन आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए और कई उच्च न्यायालयों के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय में भी याचिकाएं दायर की गईं.   First Updated : Sunday, 23 June 2024