अयोध्या के राम मंदिर में अधिकांश काम पूरा हो चुका है. 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होने वाली है. अयोध्या में रामजन्मभूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नवंबर 2019 में आया था. इसके बाद श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र से निधि समर्पण का अभियान चलाया गया. लेकिन, इसके पहले ही सियाराम गुप्ता नाम के एक बुजु्र्ग ने अक्टूबर 2018 में ही राममंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये का चेक आरएसएस काशी प्रांत को दे दिया था. आरएसएस संगठन के लिहाज से प्रतापगढ़ काशी प्रांत का हिस्सा है.
अयोध्या में रामजन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से करीब एक साल पहले ही प्रतापगढ़ के सियाराम गुप्ता ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1 करोड़ रुपये दान का दान दिया था. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) काशी प्रांत के रिकॉर्ड के अनुसार, सियाराम गुप्ता देश और दुनिया के पहले दानदाता हैं. इसी लिहाज से उन्हें राममंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में बुलाया गया है. सियाराम की तरफ से दिए गए चेक और धनराशि को स्वीकार करने में आरएसएस के पदाधिकारियों को एक सप्ताह तक मशक्कत करनी पड़ी थी, फिर दान स्वीकार किया गया था.
सियाराम के पास मंदिर निर्माण के लिए चंदा देने के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन भगवान राम पर उनकी इतनी ज्यादा आस्था था कि उन्होंने इसके लिए अपनी 16 बिस्वा जमीन बेच दी. इसके बाद भी 15 लाख रुपये कम पड़े गए तो बेटे, बेटी और रिश्तेदारों से उधार लिया और एक करोड़ रुपये दान देने का संकल्प पूरा किया. सियाराम को भरोसा था कि अयोध्या में भव्य और दिव्य राममंदिर बनेगा, इसलिए उन्होंने पहले ही दान की राशि दे दी.
राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख घोषित हुई तो श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र अयोध्या ने उनको कार्यक्रम में आने का न्योता दिया है. अब सियाराम 22 जनवरी को अयोध्या जाएंगे. आरएसएस काशी प्रांत ने सियाराम गुप्ता को राम मंदिर निर्माण के लिए दान देने वाला पहला दानदाता बताया है. सबसे बड़ी बात जिस संकल्प के साथ दान दिया था, वह अब सच हो रहा है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा करने आ रहे हैं. प्रभु श्रीराम फिर से अयोध्या में विराजमान हो रहे हैं.
सियाराम गुप्ता ने पांचवीं तक की पढ़ाई की है. उन्होंने प्रतापगढ़-प्रयागराज रोड पर राम-सीता का मंदिर भी बनवाया है. अब मंदिर में रहकर पूजा-अर्चना करते हैं. उनका कहना है कि मैं इमरजेंसी में जेल भी जा चुका हूं. पहला दानदाता बनने की जितनी खुशी मुझे है, उससे कहीं ज्यादा पत्नी, तीन बेटे और बेटियों को है. सबकी सहमति से अक्तूबर 2018 में दान दिया था.
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में काशी और आसपास के जिलों से 125 लोग 22 जनवरी को अयोध्या जाएंगे. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट की तरफ से सबको निमंत्रण पत्र भेज दिया गया है. इसमें साधु-सन्यासी भी शामिल हैं. दानदाताओं के नाम भी हैं. कारसेवा के दौरान सुल्तानपुर के राम बहादुर को लगी थी गोली, अब परिजनों को न्योता भेजा जाएगा. राममंदिर आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले सुल्तानपुर जिले के जयसिंहपुर ब्लॉक के सरतेज गांव निवासी राम बहादुर वर्मा का नाम शामिल था. कारसेवा के दौरान उन्हें 1990 में गोली लगी थी. 3 जनवरी को लखनऊ मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. First Updated : Thursday, 28 December 2023