मुंबई पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक के फोन से जीशान की तस्वीर बरामद की गई है. आरोपियों ने स्वीकार किया कि यह तस्वीर उन्हें उनके एक हैंडलर ने दी थी. सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने एक-दूसरे से जुड़ने के लिए एक विशेष चैट एप्लीकेशन का भी इस्तेमाल किया था. पता चला है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार सितंबर के मध्य में शूटरों को दिया गया था. अधिकारियों ने बताया कि हथियार उत्तर भारत से मंगाए गए थे और शूटरों को उनके हैंडलर द्वारा दिए गए थे.
जो हिस्ट्रीशीटर हैं और उनके खिलाफ हत्या और अवैध हथियार रखने के मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि नितिन सप्रे और राम कनौजिया के रूप में पहचाने जाने वाले इन हैंडलर ने शूटरों को वित्तीय और रसद सहायता भी प्रदान की. हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से आरोपियों का संबंध अभी तक स्थापित नहीं हुआ है.
उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किए गए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक शूटर ने पुलिस को बताया है कि बाबा सिद्दीकी एक अच्छा आदमी नहीं था और उसके भारत के सर्वाधिक वांछित अपराधी दाऊद इब्राहिम से संबंध थे. योगेश उर्फ राजू (26) को पिछले महीने दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में जिम मालिक नादिर शाह की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. उसका 12 अक्टूबर को सिद्दीकी की हत्या से कोई संबंध नहीं है. राजू को गुरुवार सुबह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और मथुरा पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल होने के बाद गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उसके पास से .32 बोर की पिस्तौल, गोला-बारूद और एक मोटरसाइकिल जब्त की है. उन्होंने गुरुवार को अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए सिद्दीकी के बारे में बात की.
"बाबा सिद्दीकी के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोप लगाए गए थे. कहा जाता है कि वह 1993 के मुंबई बम धमाकों के पीछे के व्यक्ति दाऊद से जुड़े थे. राजू ने दावा किया, "जब लोग ऐसे व्यक्तियों के साथ जुड़ जाते हैं, तो कुछ न कुछ घटित होना तय है. सिद्दीकी के साथ बिल्कुल यही हुआ." First Updated : Saturday, 19 October 2024