बैसाखी की भीड़ के बीच वैष्णो देवी यात्रा पंजीकरण रुका: कारण सामने आया, 14 अप्रैल से फिर से शुरू
वैष्णो देवी की वार्षिक तीर्थयात्रा में अप्रत्याशित रुकावट आई क्योंकि बैसाखी के त्यौहार के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण पंजीकरण कई घंटों तक रोक दिया गया था. अधिकारियों ने भारी भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता को कारण बताया, अब पंजीकरण 14 अप्रैल को फिर से शुरू होने वाला है, जिससे उत्सुक तीर्थयात्रियों को राहत मिली है.

नई दिल्ली: श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बैसाखी उत्सव के दौरान श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण यात्रा पंजीकरण को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. श्रद्धालुओं को सूचना दी गई है कि वैष्णो देवी भवन में भीड़ अत्यधिक बढ़ने के कारण यात्रा पर्चियां बंद कर दी गई हैं. यह निर्णय सुरक्षा कारणों और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
पंजीकरण काउंटर का निलंबन
यात्रा पंजीकरण काउंटर को सोमवार की सुबह 4 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है. श्रद्धालुओं को सूचित किया गया है कि इस समयावधि के दौरान उन्हें कटरा में ही ठहरने की सलाह दी गई है. यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था या अप्रिय स्थिति से बचा जा सके.
नए पंजीकरण के लिए नियम
यात्रा पंजीकरण काउंटर सोमवार को सुबह 4:00 बजे फिर से खोल दिए जाएंगे. उस समय से श्रद्धालु अपनी यात्रा पर्ची प्राप्त करने के बाद वैष्णो देवी भवन के दर्शन के लिए जा सकेंगे. इस दौरान श्रद्धालुओं को आरएफआईडी कार्ड के साथ पंजीकरण काउंटर से यात्रा पर्ची प्राप्त करने की आवश्यकता होगी. यह व्यवस्था यात्रा की सुगमता और श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने के लिए की गई है.
श्रद्धालुओं को दी गई सलाह
श्रद्धालुओं को यात्रा पंजीकरण के संबंध में जागरूक किया गया है कि वे काउंटर खुलने के बाद ही यात्रा के लिए जाएं. इसके साथ ही, इस समय के दौरान उन्हें कटरा में ही रहने की सलाह दी गई है. प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पंजीकरण प्रक्रिया का पालन करें और बिना यात्रा पर्ची के यात्रा न करें, ताकि यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा न हो. वैष्णो देवी यात्रा के पंजीकरण पर यह अस्थायी रोक बैसाखी उत्सव के कारण श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या के कारण लागू की गई है. यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यात्रा की व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जरूरी था. श्रद्धालुओं से अपेक्षा की जाती है कि वे काउंटर के खुलने के बाद ही यात्रा पंजीकरण करें और अपनी यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाने में सहयोग करें.