ओडिशा में बालासोर जिले में 5 दिन पहले एक भयंकर ट्रेन हादसा हुआ था। जिसमें कई परिवार वालों ने अपने लोगों को खो दिया। ऐसे में एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां इस हादसे में कई लोगों ने अपनी जान गवां दी वहीं इसी बीच हादसे में मौत को मात देते हुए एक 24 वर्षीय युवक ने अपना नया जीवन पाया।
24 साल के विश्वजीत मलिक पश्चिम बंगाल के हावड़ा निवासी है। वह भी कोरोमंडल एक्सप्रेस से शालीमार स्टेशन से चेन्नई के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान यह ट्रेन ओडिशा के बालासोर की एक मालगाड़ी से बुर तरह टकरा गयी। इस खौफनाक ट्रिपल ट्रेन हादसे में विश्वजीत को काफी चोटें आईं और वह बेहोश भी हो गए थे।
हादसे में बेहोश विश्वजीत वहां मौजूद लाशों के ढेर के करीब पड़े हुए थे। जब रेस्क्यू टीम उन्हें मृत समझकर ले जाने लगी तो उनके बाएं हाथ में थोड़ी हरकत नज़र आई। आनन - फानन में टीम ने उन्हें अस्पताल भर्ती कराया।
जब विश्वजीत को होश आया तो उन्होंने सबसे पहले अपने पिता हेलाराम को किसी अज्ञात नंबर से फ़ोन किया और अस्पताल में भर्ती होने की खबर दी। मगर वह यह नहीं बता पाए की, वह की अस्पताल में हैं। उससे पहले ही विश्वजीत बेहोश हो गए। पिता ने बताया की हमने उस नंबर पर दोबारा से कॉल किया तो वह स्विच ऑफ़ हो गया था। जिसके बाद मैं कार में 200 किलो मीटर का सफर करके बालासोर पंहुचा और वह के हर अस्पताल में जाकर अपने बेटे को खोजने लगा। जब विश्वजीत को दोबारा से होश आया तो उसने अपने पिता को कॉल कर पूरी जानकारी दी की वह किस अस्पताल में हैं। इस सब के बाद जब उनके पिता ने इस हादसे के बाद अपने बेटे को जीवित पाया तो वह भावुक हो गए।
बता दें, की हादसे में कई परिवारों ने अपनों को खो दिया है। जिसमें घर का एकलौता कमाने वाला था, किसी का बेटा, तो कोई अपने छुट्टी जा रहा था। इस हादसे में करीबन 288 लोगों की मौत हो गयी है और 1100 से भी अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इस हादसे में किसी का हाथ कट गया तो किसी का पैर। ऐसे में जो भी बच गया वह खुद को खुशनसीब समझने लगा।
First Updated : Wednesday, 07 June 2023