Bangalore Mahalakshmi Murder Case: बेंगलुरु के महालक्ष्मी हत्या मामले की जांच तेज़ी से चल रही है. पुलिस का मानना है कि इस अपराध का मास्टरमाइंड एक व्यक्ति अशरफ है, जिसे ढूंढने का प्रयास जारी है. इस बीच इस हत्याकांड में शामिल एक और व्यक्ति भी हो सकता है जो महिला का सहकर्मी था. हालांकि, पुलिस ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. इस मामले में पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है और जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद है.
महिला की लाश को 50 से अधिक टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखा गया था, जो पुलिस के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है. इसके साथ ही इस मामले में कई एंगल सामने आने के बाद पुलिस के ऊपर जांच को लेकर भी भारी दबाव है.
सूत्रों की मानें तो पुलिस ने महालक्ष्मी के एक सहकर्मी को 'मुख्य संदिग्ध' माना है. इसका नाम मुक्ति बताया जा रहा है. लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, मुक्ति और महालक्ष्मी एक ही स्थान पर कार्यरत थे. यह भी कहा जा रहा है कि मुक्ति, महिला के किसी अन्य व्यक्ति के साथ नजदीकी संबंधों को लेकर नाराज था. हालांकि, पुलिस ने अब तक इस संदिग्ध की पहचान को सार्वजनिक नहीं किया है.
पुलिस के अनुसार, संदिग्ध मुक्ति का मोबाइल फोन स्विच ऑफ है और उसकी खोज जारी है. उसे ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सीमा पर तलाशा जा रहा है. कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मुख्य आरोपी ओडिशा का निवासी है लेकिन वह बेंगलुरु में ही रहता है. पुलिस की टीमें लगातार उसकी खोज में लगी हुई हैं.
महिला के पति ने अशरफ नामक व्यक्ति पर आरोप लगाया है, जिसने कथित तौर पर महालक्ष्मी के साथ प्रेम संबंध बनाए हुए थे. 29 वर्षीय महालक्ष्मी एक सेल्स वुमन थीं. 21 सितंबर को बेंगलुरु के मल्लेश्वरम इलाके में उनके घर के फ्रिज में उनकी लाश के टुकड़े मिले थे. खबरों के अनुसार, शव को 50 से अधिक टुकड़ों में काटा गया था, जिसने पूरे शहर को दहला दिया है.