पत्नी के साथ रोज-रोज के झगड़े से परेशान बेंगलुरु के मार्केटिंग प्रोफेशनल किया सुसाइड, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
प्रशांत नायर अपनी पत्नी पूजा नायर और आठ साल की बेटी के साथ बेंगलुरु के चिक्काबनवारा में रहते थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, दंपत्ति के बीच अक्सर झगड़ा होता था और वे कथित तौर पर तलाक लेने पर विचार कर रहे थे. हालांकि, परिवार के सदस्यों ने उन्हें साथ रहने और अपने मतभेदों को सुलझाने की सलाह दी थी.

बेंगलुरु में एक 40 वर्षीय मार्केटिंग प्रोफेशनल ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. रिपोर्ट के अनुसार, पत्नी से विवाद के बाद उसने यह कदम उठाया. मृतक की पहचान प्रशांत नायर के रूप में हुई है. वह लेनोवो में सीनियर सेल्स और मार्केटिंग मैनेजर थे. मृतक के पास से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस ने मामले के संबंध में अप्राकृतिक मौत की रिपोर्ट (यूडीआर) दर्ज किया है.
प्रशांत नायर अपनी पत्नी पूजा नायर और आठ साल की बेटी के साथ बेंगलुरु के चिक्काबनवारा में रहते थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, दंपत्ति के बीच अक्सर झगड़ा होता था और वे कथित तौर पर तलाक लेने पर विचार कर रहे थे. हालांकि, परिवार के सदस्यों ने उन्हें साथ रहने और अपने मतभेदों को सुलझाने की सलाह दी थी.
पुलिस जांच में जुटी
रविवार को प्रशांत को बार-बार कॉल करने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिलने पर उसके पिता फ्लैट पर गए और उसे मृत पाया. घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ. सोलादेवनहल्ली पुलिस ने मामला अपने हाथ में ले लिया है और आगे की जांच कर रही है.
जनवरी में अतुल सुभाष ने की थी आत्महत्या
आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक टेक इंजीनियर अतुल सुभाष ने अपने बेंगलुरु स्थित आवास पर आत्महत्या कर ली थी, उन्होंने 24 पन्नों का नोट और 1.5 घंटे की वीडियो रिकॉर्डिंग छोड़ी थी. नोट और वीडियो में अतुल सुभाष ने अपनी अलग रह रही पत्नी और उसके परिवार पर उत्पीड़न और उसके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने का आरोप लगाया था. उन्होंने अपने घर में एक तख्ती भी टांगी थी जिस पर लिखा था, "न्याय मिलना चाहिए."
पत्नी की हत्या कर फरार हुआ पति
28 मार्च को एक अन्य घटना में बेंगलुरु में एक अन्य टेक इंजीनियर ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी, उसके शव को सूटकेस में भर दिया और पुणे भाग गया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि पत्नी की नौकरी न मिल पाने के कारण ही अपराध हुआ. 32 वर्षीय गौरी अनिल साम्बेकर मास मीडिया की पढ़ाई की थी और वह बेरोजगार थी. घर पर रहती थी, जबकि राकेश हिताची में प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में काम करता था.