भारत का वीजा नहीं मिलने से बांग्लादेशी नागरिकों की बढ़ी मुश्किलें, इलाज के लिए ही तरस रहे हैं लोग!

बांग्लादेश में बढ़ते तनाव के चलते, खदीजा खातून जैसे कई लोग इलाज के लिए भारत आना चाहते हैं, लेकिन वीजा संकट उनके रास्ते की सबसे बड़ी बाधा बन गई है। उनका कहना है, “भारत ही हमारी आखिरी उम्मीद है।” हर साल लाखों बांग्लादेशी भारत आते हैं, लेकिन अब वीजा मिलने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। जानिए इस वीजा संकट के कारण बांग्लादेशी नागरिकों को कैसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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Edited By: Aprajita

Bangladeshi Citizens Struggling: बांग्लादेश की सरकार और भारत के बीच बढ़ते तनाव का असर आम लोगों की जिंदगी पर पड़ रहा है, खासकर बांग्लादेशी नागरिकों के इलाज में। अब खदीजा खातून की कहानी सुनिए, जो अपने पति की जान बचाने के लिए भारत आने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन वीजा की समस्या उनके रास्ते की सबसे बड़ी बाधा बन गई है।

भारत आने का रास्ता बंद, इलाज की उम्मीद

खदीजा खातून के पति मोहम्‍मद नूरी आलम को लिवर ट्रांसप्लांट की सख्त जरूरत है, लेकिन बांग्लादेश में ऐसी कोई सुविधा नहीं है। इलाज के लिए उनका एकमात्र विकल्प भारत का एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी है, जो हैदराबाद में स्थित है। खदीजा ने कई बार वीजा के लिए आवेदन किया, लेकिन उन्हें लगातार निराशा का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है, “भारत ही हमारी आखिरी उम्मीद है, लेकिन हम वीजा पाने में असफल हो रहे हैं।”

भारत में इलाज की ओर बढ़ते कदम

बांग्लादेश के लिए भारत एक प्रमुख मेडिकल डेस्टिनेशन रहा है। हर साल लगभग 20 लाख बांग्लादेशी लोग इलाज के लिए भारत आते हैं। हालांकि, वर्तमान में वीजा प्रक्रिया में कड़े नियम लागू हो गए हैं। भारतीय वीजा केंद्र ने केवल इमरजेंसी मेडिकल वीजा और स्टूडेंट वीजा जारी करने की घोषणा की है, और अप्‍वाइंटमेंट स्लॉट भी बहुत सीमित कर दिए गए हैं। पहले रोजाना 7000 लोगों को अप्‍वाइंटमेंट मिलते थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर केवल 500 से भी कम हो गई है।

वीजा संकट के बीच अन्य लोगों की भी परेशानी

खदीजा अकेली नहीं हैं, ऐसे कई परिवार हैं जो इलाज के लिए भारत आना चाहते हैं, लेकिन वीजा मिलने में अड़चनें आ रही हैं। कुछ बांग्लादेशी नागरिक, जिनका पुराना वीजा समाप्त हो चुका है, वे भी फंसे हुए हैं क्योंकि अब नए वीजा के लिए आवेदन प्रक्रिया में अड़चनें हैं। जॉयपुरहाट के शरीफुल इस्लाम ने बताया, “हमारा वीजा 10 दिसंबर तक वैध था, लेकिन तनाव की वजह से हम यात्रा नहीं कर पाए और अब नया वीजा मिल नहीं रहा।”

बांग्लादेश के नागरिकों की मुश्किलें बढ़ी

भारत और बांग्लादेश के बीच राजनीतिक तनाव के कारण बांग्लादेशी नागरिकों को इलाज के लिए भारत जाने में काफी मुश्किल हो रही है। हालांकि, बांग्लादेश के कुछ नागरिक अब भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द ही वीजा मिल जाएगा और वे अपने इलाज के लिए भारत जा सकेंगे। बांग्लादेशी परिवारों का मानना है कि भारत ही एकमात्र रास्ता है, जो उनकी जान बचा सकता है।

भारत-बांग्लादेश रिश्तों में तनाव के बावजूद, बांग्लादेशी नागरिकों के लिए भारत एक महत्त्वपूर्ण इलाज स्थल बना हुआ है। अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही, तो इलाज के लिए भारत आने वाले लोगों को काफी परेशानी हो सकती है। बांग्लादेशी नागरिक अब भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें इलाज के लिए वीजा मिलेगा, ताकि वे अपने परिवार के इलाज के लिए भारत जा सकें।

यह स्थिति इस बात को भी दर्शाती है कि राजनीतिक संकटों का सीधा असर आम नागरिकों की जिंदगी पर पड़ता है।

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04 January 2025, 08:43 PM IST

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