नए साल के जश्न में शराब पीना लाखों लोगों के लिए आम बात है. बहुत से लोग जश्न के मौकों पर शराब खूब पीते हैं, लेकिन शराब का असर उनके शरीर और दिमाग कितना होता है इसक बारे में लोगों को नहीं पता. शराब की जब भी खामियां गिनाई जाती हैं तो लोग कहने लगते हैं कि वो कभी-कभी शराब पीते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि शराब का आपके शरीर और दिमाग में क्या असर होता है.
सबसे पहला यह सवाल उठता है कि शराब का असर कैसे होता है और किसे कितनी शराब पीना चाहिए? पश्चिमी देशों में कई जगह इसको परिभाषित किया गया है. कहा गया है कि एक वयस्क को एक ही ड्रिंक, यानी कि आधा गिलास, जिसे हम पैग कहते हैं, शराब पीना चाहिए. यह अधिकतम दो हो सकता है. शराब का सेवन एक सीमा के बाद ज्यादा ही नुकसान करता है. यह मौसम पर भी निर्भर करता है कि शरीर को कितनी शराब नुकसान करेगी.
शराब शरीर के बहुत सारे अंगों पर असर करती है, लेकिन सबसे पहले यह खून में असर डालती है. ज्यादा शराब के सेवन से खून की नसें चौड़ी हो जाती हैं और खून का दबाव कम हो जाता है. इससे व्यक्ति राहत जैसे महसूस करता है. उसे लगता है कि तनाव कम हो रहा है, लेकिन यह केवल शुरुआती असर होता है.
शराब कुछ देर बाद शरीर के दूसरे हिस्सों पर असर दिखाना शुरू करती है, जिसमें दिमाग सबसे अहम होता है. ज्यादा शराब पीने से दिमाग पर गहरा पड़ता है, जिसका सबसे ज्यादा असर इंसान के बर्ताव पर होता है. इससे मनुष्य की याददाश्त, सीखने की क्षमता, कमजोरी होने के साथ ही पूरा तंत्रिकातंत्र कमजोर हो जाता है. शरीर ढीला पड़ जाता है, जिसके चलते इंसान तुरंत प्रतिक्रिया देने में सक्षम नहीं रह जाता. उसके अंगों और सोच के बीच तालमेल में कमी आ जाती है. इंसान को जल्दी गुस्सा आता है. यह कितना कम या ज्यादा होगा, यह शराब की मात्रा पर निर्भर करता है.
ज्यादा शराब पीने का तुरंत असर उल्टी करना, उल्टी जैसा महसूस होना, सुस्ती छाना, शरीर की चेतना का कमजोर लगना, जैसे असर होते हैं. रोजाना शराब का सेवन आदत बन जाती है. शुरुआत में तो शराब इंसान को सुकून जैसा अहसास देती है. लेकिन जल्दी ही इसकी लत जाती है. शराब की शुरुआती सुकून जैसे अहसास पूरी तरह से अस्थायी होता है. इसके बाद उसका असर ठीक उल्टा होने लगता है. इससे बल्ड प्रेशर बढ़ जाता है. बेचैनी बढ़ जाती है. नींद टूटने लगती है. ज्यादा या लंबे समय तक सेवन दिल के दौरे या स्ट्रोक वजह बन जाता है. इसमें शुरुआत जलन सूजन से होती है और वह लीवर को खराब करना शुरू कर देता है. पेट में अल्सर और फेफड़ों में निमोनिया की संभावना बढ़ जाती है. शराब का नियमित और अधिक सेवन हर अंग को खराब करने लगता है. First Updated : Saturday, 30 December 2023