Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली गांव में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर बीजेपी लगातार टीएमसी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरती आ रही है. हाल ही में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस का इंटरव्यू सामने आया है जिसमें उन्होंने संदेशखाली मुद्दे को लेकर कई बातें कहीं. जब उनसे पूछा गया कि संदेशखाली में अशांति पर वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य के विपक्षी नेताओं को क्या सलाह देंगे, तो उन्होंने कहा कि इस हालत में सभी को 'कम बात करने और ज्यादा काम करना चाहिए.
इंडिया टुडे से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा, 'केवल मेरे सम्मानित संवैधानिक सहयोगी, मुख्यमंत्री ही नहीं, बल्कि सभी संबंधित लोगों को मेरी सलाह है, यह एक ऐसा समय है जब हम सभी को कम बात करनी चाहिए और ज्यादा काम करना चाहिए.' ऐसे में सामान्य स्थिति बहाल करने और बच्चों की सुरक्षा, महिला लोगों की सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक हो वह करें.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'नेताओं को इस स्थिति से राजनीतिक फायदा नहीं देखना चाहिए.'
महिलाओं द्वारा फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाने के बाद संदेशखाली में तनाव पैदा हो गया है. जनवरी में उनके घर पर छापेमारी करने आई प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर हमला होने के बाद वह कहीं छिप गए हैं. इस पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि शेख शाहजहां की गिरफ्तारी जरूरी है और उन्होंने राज्य सरकार को पत्र लिखकर यह बात बताई. उन्होंने कहा कि जब तक टीएमसी नेता को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक जनता का विश्वास नहीं जीता जा सकता है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'शाहजहाँ की गिरफ़्तारी ही सब कुछ नहीं है और लक्ष्य यह सुनिश्चित करना होना चाहिए कि उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिलाओं को न्याय मिले.' उन्होंने कहा कि 'वे शांति चाहते हैं, वे सम्मान के साथ शांति चाहते हैं, अब उनका सम्मान टुकड़ों में है. ये इस तरह से नहीं चल सकता.'
राज्यपाल के अनुसार, पश्चिम बंगाल में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां 'सोफ्ट स्टेट' के लक्षण दिखते हैं. उन्होंने कहा कि ये इलाके 'गैंगस्टरों की जागीर' हैं, जिसे खत्म करने की जरूरत है. आनंद बोस ने कहा, इन इलाकों में गुंडों का बोलबाला है. उन्होंने कहा कि 'यहां कानून तो है, लेकिन कानून को ठीक से लागू नहीं किया जाता है, जो गुंडे कानून अपने हाथ में लेते हैं और लोगों को धमकाते हैं, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए.'
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही कलकत्ता उच्च न्यायालय से सशर्त अनुमति मिलने के बाद, बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली गए थे. सुवेंदु के साथ विधायक 5 बीजेपी नेता भी गए थे. First Updated : Friday, 23 February 2024