मंकीपॉक्स वायरस को लेकर अलर्ट पर बेंगलुरु एयरपोर्ट, यात्रियों के लिए अनिवार्य की टेस्टिंग
Monkeypox: इन दिनों दुनिया के कई देश मंकीपॉक्स का संक्रमण झेल रहे हैं. इस बीच महामारी को लेकर बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंकीपॉक्स टेस्टिंग कियोस्क लगाए गए हैं. ऐसे में अब अंतरराष्ट्रीय यात्री, विशेष रूप से अफ्रीकी देशों से आने वाले यात्रियों को मंकीपॉक्स वायरस की जांच से गुजरना होगा और यदि वे पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उन्हें 21 दिन के मैंडेटरी क्वारंटीन और सेपरेशन से गुजरना होगा.
Monkeypox: देश और दुनिया ने अब तक कई बड़ी से बड़ी महामारियों के प्रकोप को झेला है. ऐसे में इन दिनों दुनिया के कई देश मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) का संक्रमण झेल रहे हैं. अफ्रीकी देशों से शुरू हुआ ये वायरल संक्रमण यूएस-यूके सहित कई एशियाई देशों में फैलता जा रहा है. इस बीच बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंकीपॉक्स टेस्टिंग कियोस्क लगाए गए हैं. ऐसे में अब अंतरराष्ट्रीय यात्री, विशेष रूप से अफ्रीकी देशों से आने वाले यात्रियों को मंकीपॉक्स वायरस की जांच से गुजरना होगा और यदि वे पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उन्हें 21 दिन के मैंडेटरी क्वारंटीन और सेपरेशन से गुजरना होगा. ये नियम कोविड महामारी के दौरान लागू नियमों के समान हैं.
वैश्विक महामारी को लेकर पूरी तैयारी
इस बीच बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (BIAL) के एक प्रवक्ता ने मीडिया से बातचीत में बताया, "KIA वैश्विक Mpox स्थिति के मद्देनजर संबंधित अधिकारियों द्वारा जारी सभी स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ पूरी तरह से तैयार और अनुपालन है."
भारत में पाया गया मंकीपॉक्स का एक केस
इस बीच, भारत में मंकीपॉक्स का एक मामला सामने आया है. हरियाणा के 26 वर्षीय व्यक्ति को लक्षण दिखने के बाद एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रिपोर्ट के अनुसार, उसकी स्वास्थ्य स्थिति फिलहाल स्थिर है. भारत में पहचाना गया मामला मंकीपॉक्स वायरस का कुख्यात क्लेड 1बी स्ट्रेन नहीं है, जिसे वायरस का घातक रूप कहा जाता है. क्लेड 1बी वेरिएंट की पहचान उन देशों में की गई है, जहां पहले मंकीपॉक्स नहीं देखा गया था.
14 अगस्त को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया. भारत में अब तक केवल एक मंकीपॉक्स की पहचान की गई है. इस बीच, शनिवार को कराची के जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंकीपॉक्स का एक और संदिग्ध मामला सामने आया. विवरण के अनुसार, जेद्दा से PIA की उड़ान से आए एक यात्री में मंकीपॉक्स जैसे लक्षण थे.
क्या है मंकीपॉक्स वायरस?
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है। शुरुआत में प्राइमेट्स में पहचाने जाने वाले, यह संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क या शारीरिक तरल पदार्थ, श्वसन बूंदों या दूषित पदार्थों के साथ व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्क के माध्यम से मनुष्यों में फैल सकता है. मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, दाने और सूजे हुए लिम्फ नोड्स शामिल हैं.