Bharat Bandh : दिल्ली क सीमाओं पर चल रहे किसान विरोध प्रदर्शन के बीच, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और SKM ने फरवरी को को देशव्यापी हड़ताल, ग्रामीण भारत बंद घोषणा की गई थी. जिसके कारण-मजदूरों से अपील की गई कि एक दिन के लिए अपना काम बंद रखें, वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत का कहना है कि किसानों की समस्याओं का समाधान होना चाहिए. 16 फरवरी को सुबह 6 बजे से लेकर 4 बजे तक किसान लॉकडाउन है इसके बाद 17 फरवरी को पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और यूपी के प्रतिनिधियों की बैठक सिसौली में बुलाई गई है. जहां भविष्य के आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा.
किसानों आंदोलन से दिल्ली के बाजारों पर असर कम पड़ रहा है. दिल्ली के व्यापारी संगठनों ने भारत बंद से खुद को अलग कर लिया है. उनका कहना है कि सभी 700 बाजार और 56 औद्योगिक क्षेत्र खुले रहेंगे. गुरुवार को चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने व्यापारियों और उद्यमियों से बैठक के बाद ऐलान किया है दिल्ली में भारत बंद का कोई असर नहीं होगा. दो दिनों से अलग-अलग बाजारों के संगठनों से इस विषय पर चर्चा की गई है.
किसान आंदोलन के चलते जारी अलर्ट और सड़कों के बंद होने के कारण 20 फरवरी से शुरू होने वाली सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजूकेशन के पाठ्यक्रमों व अन्य कोर्सेज की परीक्षाएं स्थागित कर दी गई हैं. इस संबंध में परीक्षा शाखा द्वारा अधिकसूचना जारी कर दी गई है. आज प्रदेश के सभी टोल प्याजा दोपहर 12 से शाम तीन बजे तक फ्री कराएं जाएंगे, वहीं शनिवार को तहसील स्तर पर ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी.
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 16 फरवरी को घोषित बंद को लेकर वीरवार को दिशानिर्देश जारी किए, मोर्चा ने देशभर के लोगों से अपील की है कि कारपोरेट लूट खत्म करने, खेती को बचाने और भारत को बचाने के लिए किसानों के ऐतिहासिक संघर्ष को सफल बनाते हुए भारत बंद को समर्थन दें. 16 फरवरी को सुबह 6 बजकर शाम 4 बजे तक गांवों को बंद रखा जायेगा. कोई भी किसान, खेत मजदूर या ग्रामीण मजदूर काम पर नहीं जाएंगे. First Updated : Friday, 16 February 2024