Bharat or India Issue: प्रेसिडेंट के बाद द प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत पर मचा बवाल? संबित पात्रा ने शेयर किया इंडोनेशिया दौरे का पत्र
Bharat or India Issue: 5 सितंबर मंगलवार को पीएम मोदी को प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत संबोधित किए जाने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजे गए G-20 के न्योते पर बीजेपी की ओर से प्रेज़िडेंट ऑफ़ इंडिया की जगह प्रेज़िडेंट ऑफ़ भारत का ज़िक्र करने से बहस छिड़ गई है.
Bharat or India Issue: देश के प्रधानमंत्री गुरुवार 7 सितंबर को होने वाले 20वें आसियान- भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के लिए इंडोनेशिया के जकार्ता के दौर पर जाएंगे. इस दौरान आज देश में इंडिया और भारत को लेकर राष्ट्रभर में सियासी घमासान मचा हुआ है. इस बीच संबित पात्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इंडोनेशिया यत्रा की जानकारी देने वाला पत्र सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें पीएम मोदी के लिए ' द प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत लिखा गया है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा की ओर से पोस्ट किए गए पत्र में अंग्रेसी में जानकारी दी गई हैं जिसका हिंदी में अर्थ है, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इंडोनेशिया गणराज्य की यात्रा 7 सितंबर, 2023 को होगी.''
इंडोनेशिया जकार्ता से आसियान में भारत के राजदूत जयंत खोबरागड़े ने ANI से बात करते हुए बताया कि, "...आपने सही कहा है कि एक दिन बाद जी20 शिखर सम्मेलन होने के बावजूद भारत के प्रधानमंत्री यहां आ रहे हैं. इससे पता चलता है कि हम इस क्षेत्र को कितना महत्व देते हैं." ...हम हमेशा आसियान केंद्रीयता को महत्व देते हैं. जब हम आसियान केंद्रीयता कहते हैं, तो यह कई चीजों का एक जटिल है.
आगे उन्होंने कहा कि, ''यह क्षेत्र (इंडो-पैसिफिक) व्यापार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है... व्यापार मुख्य रूप से समुद्री मार्गों के माध्यम से होता है. अगर नेविगेशन की स्वतंत्रता नहीं है, तो स्वाभाविक रूप से समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए, हम हम हमेशा कन्वेंशन पर जोर देते रहे हैं जो नेविगेशन की स्वतंत्रता आदि के बारे में समुद्र/महासागरों पर कानूनों का संविधान है. हम इसके महत्व को दोहराते हैं क्योंकि हम चाहते हैं कि यह क्षेत्र विकसित हो, समृद्ध हो.''
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि 5 सितंबर मंगलवार को पीएम मोदी को प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत संबोधित किए जाने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजे गए G-20 के न्योते पर बीजेपी की ओर से प्रेज़िडेंट ऑफ़ इंडिया की जगह प्रेज़िडेंट ऑफ़ भारत का ज़िक्र करने से बहस छिड़ गई है. बीजेपी 'INDIA'पर हमला कैसे कर सकती है? ये देश किसी एक राजनीतिक पार्टी का नहीं है. ये 135 करोड़ भारतीयों का है. हमारी राष्ट्रीय पहचान बीजेपी की निजी संपत्ति नहीं है जिसे अपनी मर्ज़ी से बदल दिया जाए. साथ ही विपक्षी दलों ने भाजपा पर आरोप लगाए हैं.