Bihar Politics: बिहार में नीतीश के पाला बदलने के दावों बीच सक्रिय हुई कांग्रेस, वरिष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में भूपेश बघेल को किया नियुक्त
Bihar Politics: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' और अन्य पार्टी गतिविधियों के समन्वय के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी गई है.
Bhupesh Baghel Appointed Congress Senior Observer in Bihar: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' और अन्य पार्टी गतिविधियों के समन्वय के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "माननीय कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से बिहार में भारत जोड़ो न्याय यात्रा और अन्य पार्टी गतिविधियों के समन्वय के लिए श्री भूपेश बघेल को वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है." यह उन अटकलों के बीच आया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में फिर से शामिल हो सकते हैं.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय पटना में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के लिए पहुंचे. इससे पहले बिहार प्रदेश अध्यक्ष को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) नेता जीतन राम मांझी के आवास पर देखा गया था.
सियासी अफवाहों के बीच बीजेपी की बैठक
बता दें कि इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि सप्ताह के अंत में बिहार भाजपा नेताओं की एक बैठक पटना में होने वाली है. शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान विनोद तावड़े ने कहा, "आगामी लोकसभा चुनावों पर चर्चा के लिए बिहार बीजेपी नेताओं की एक बैठक होने वाली है. बिहार बीजेपी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक 27 और 28 जनवरी को पटना में बुलाई गई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, "बिहार प्रदेश भाजपा समिति, प्रदेश भाजपा विधायक और सांसद लोकसभा चुनाव पर चर्चा के लिए आज बैठक करेंगे."
गौरतलब है कि यह बैठक इन अटकलों के बीच हो रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल हो सकते हैं, जिस गठबंधन को उन्होंने 2022 में विपक्ष के साथ हाथ मिलाने और 'महागठबंधन' बनाने के लिए छोड़ दिया था.
जदयू-राजद के बीच महागठबंधन टूटने का संकेत
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत एनडीए के कई नेताओं ने जेडीयू और राजद के बीच गठबंधन टूटने के संकेत दिए हैं. 2022 में भाजपा से अलग होने के बाद, नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्तारूढ़ दल का संयुक्त रूप से मुकाबला करने के लिए सभी विपक्षी ताकतों को एकजुट करने की पहल की. उन्होंने पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक की मेजबानी की और यह व्यापक रूप से माना गया कि वह अंततः गठबंधन के संयोजक होंगे.