उत्तराखंड में बड़ा हादसा, चमोली के इस गांव में टूटा ग्लेशियर, 50 से अधिक मजदूर दबे
उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को हिमस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम 57 लोग बर्फ के नीचे दब गए. चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने पुष्टि की कि 57 लोग बर्फ के नीचे फंस गए थे, जिनमें से 13 को बचा लिया गया. पुलिस प्रवक्ता नीलेश भरणे ने बताया कि हिमस्खलन सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) शिविर के पास हुआ. उन्होंने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र माना में सीमा सड़क संगठन शिविर के पास भारी हिमस्खलन हुआ है

उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को हिमस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम 57 लोग बर्फ के नीचे दब गए. हिमस्खलन के कारण प्रभावित क्षेत्र की ओर जाने वाला मार्ग भी बंद हो गया है. यह हादसा माना गांव के पास हुआ. फंसे हुए लोग श्रमिक बताए जा रहे हैं. बचाव कार्य में ITBP और सेना लगी हुई है. SDRF और NDRF मौके पर रवाना हो गई हैं.
चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने पुष्टि की कि 57 लोग बर्फ के नीचे फंस गए थे, जिनमें से 13 को बचा लिया गया. पुलिस प्रवक्ता नीलेश भरणे ने बताया कि हिमस्खलन सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) शिविर के पास हुआ. उन्होंने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र माना में सीमा सड़क संगठन शिविर के पास भारी हिमस्खलन हुआ है, जिसमें सड़क निर्माण में लगे 57 मजदूर फंस गए हैं. इन मजदूरों में से 10 को बचा लिया गया है और गंभीर हालत में माना के पास सेना के शिविर में भेज दिया गया है.
श्रमिक निर्माण में लगे हुए थे
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कमांडर कर्नल अंकुर महाजन ने कहा कि घायलों की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है. उन्होंने बताया कि हमें सुबह 8 बजे के आसपास सूचना मिली कि माना इलाके में हिमस्खलन हुआ है. एक ठेकेदार द्वारा नियोजित कुछ श्रमिक सड़क निर्माण में लगे हुए थे. इस समय हमारे पास मृतकों की सही संख्या नहीं है. दस लोगों को बचाया गया है, जिनमें से कुछ को चोटें आई हैं, लेकिन उनकी चोटों की गंभीरता स्पष्ट नहीं है. वे वर्तमान में उपचार प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र फिलहाल पहुंच से बाहर है.
एक्शन में सीएम धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुष्टि की है कि अब तक 16 श्रमिकों को बचाया जा चुका है. उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), जिला प्रशासन और अन्य एजेंसियों के सहयोग से बचाव कार्य जारी है. सीएम धामी ने कहा कि हम फंसे हुए सभी लोगों को जल्द से जल्द बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
क्षेत्र में हाई अलर्ट
हिमस्खलन के बाद अधिकारियों ने क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया है, जिसमें चरम मौसम के कारण संभावित हिमस्खलन की चेतावनी दी गई है. खोज और निकासी प्रक्रिया में सहायता के लिए अधिक बचाव दल और उपकरण जुटाए जा रहे हैं. जैसे-जैसे स्थिति स्पष्ट होती जा रही है, फंसे हुए शेष श्रमिकों का पता लगाने और उन्हें बचाने के प्रयास तेज किए जा रहे हैं तथा अधिकारी घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं


