तेलंगाना में टास्क फोर्स की बड़ी कार्रवाई, 2.13 लाख के नमकीन और स्नैक्स जब्त
Telangana: तेलंगाना के मेडक जिले में 3 दिसंबर 2024 को राज्य स्तरीय टास्क फोर्स ने खाद्य सुरक्षा को लेकर बड़ी कार्रवाई की. मनोहराबाद मंडल के कल्लकल गांव में स्थित एक प्रतिष्ठान "मेसर्स सनी फूड्स" का निरीक्षण किया गया. अधिकारियों ने प्रतिष्ठान में कई गड़बड़ियां पाईं और 2.13 लाख रुपये मूल्य के नमकीन और स्नैक्स जब्त कर नष्ट कर दिए.
Telangana: टास्क फोर्स और स्थानीय पुलिस ने शनिवार को हैदराबाद के बेगमपेट में ड्रग तस्करी के आरोप में असम के एक जोड़े को गिरफ्तार किया. उनके पास से 20 लाख रुपये मूल्य की 254 ग्राम एम्फेटामाइन जब्त की गई. गिरफ्तार आरोपियों में आतिफ असलम खान (34) और उनकी पत्नी सुभानी बेगम (22) शामिल हैं.
आतिफ, जो पहले असम में सिम कार्ड की दुकान चलाता था, ने कम आय के कारण ड्रग तस्करी शुरू की. ड्रग्स को असम से ट्रेन के जरिए लाकर ऊंची कीमत पर बेचा जाता था. पुलिस ने 11 ड्रग उपभोक्ताओं को भी हिरासत में लिया.
FSSAI लाइसेंस की कमी और लेबलिंग में हेरफेर
अधिकारियों ने पाया कि प्रतिष्ठान के पास वैध FSSAI लाइसेंस नहीं था. साथ ही, उत्पादों पर लगाए गए लेबलिंग में आकर्षक और अप्रासंगिक चित्रों व नामों का उपयोग किया गया था, जो FSSAI दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता है. टास्क फोर्स की टीम ने खुलासा किया कि प्रतिष्ठान में एक्सपायर हो चुके टमाटर मसाला और मैगी मसाला का उपयोग रेडी-टू-ईट खाद्य पदार्थ बनाने में किया जा रहा था. यह उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा हो सकता था.
नवंबर में भी हुई थी बड़ी कार्रवाई
टीम ने नमकीन, चिप्स, रंगीन सौंफ जैसे 2.13 लाख रुपये मूल्य के उत्पाद जब्त किए और उन्हें नष्ट कर दिया. बता दे कि इससे पहले, नवंबर 2024 में हैदराबाद के कटेदान इलाके में टास्क फोर्स ने दो खाद्य विनिर्माण इकाइयों का निरीक्षण किया था. वहां कई नियमों का उल्लंघन पाया गया. अधिकारियों ने अदरक-लहसुन का पेस्ट और अन्य सामग्री जब्त कर प्रतिष्ठानों के लाइसेंस निलंबित कर दिए थे.
अन्य मामलों में भी कार्रवाई जारी
हैदराबाद के आईडीए मल्लापुर में दो न्यूट्रास्युटिकल विनिर्माण इकाइयों का निरीक्षण करते हुए टास्क फोर्स ने कई किलो खराब स्टॉक जब्त किया. इन प्रतिष्ठानों को भी मानकों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया. राज्य में खाद्य सुरक्षा अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं. क्लाउड किचन, रेस्तरां और खाद्य निर्माण इकाइयों से लेकर बोतलबंद पानी आपूर्तिकर्ताओं तक, सभी पर निगरानी बढ़ाई जा रही है. यह कार्रवाई राज्य में सुरक्षित और स्वच्छ खाद्य सामग्री सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जा रही है.