भारतीय जनता पार्टी को चुनाव आयोग से बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने एक्शन लेते हुए भाजपा के एक वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X से हटाने को कहा है. हालांकि इस पोस्ट को लेकर पहले ही FIR दर्ज हो गई थी. साथ ही चुनाव आयुक्त ने इस वीडियो को हटाने का आदेश दिया था लेकिन भाजपा की तरफ से वीडियो ना हटाने के बाद चुनाव आयोग ने इस संबंध X को खत लिखा है.
कांग्रेस पार्टी ने इस वीडियो को लेकर सख्त ऐतराज जताया था. कांग्रेस ने कर्नाटक के भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए वीडियो में आपत्तिजनक सामग्री होने की बात कही थी. वीडियो के अंदर दिखाया गया था कि कांग्रेस पार्टी रिजर्वेशन और फंड का बंटवारा पिछड़े वर्गों की तुलना में मुसलमानों को ज्यादा देती है.
शनिवार को वीडियो पोस्ट होने के बाद, कर्नाटक कांग्रेस ने रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और राज्य इकाई प्रमुख बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ शिकायत दर्ज की. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया और संचार विभाग के अध्यक्ष रमेश बाबू ने शिकायत में कहा कि वीडियो न सिर्फ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करता है, बल्कि एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के तहत भी अपराध है.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को भी मुस्लिम लीग की विचारधारा वाला करार दिया है. भाजपा द्वारा शेयर किए गए एनिमेटेड वीडियो में के मुताबिक कहा गया है कि कांग्रेस जीतती है, तो वह "गैर-मुसलमानों" की जायदाद जब्त कर लेगी और इसे मुसलमानों में फिर से बांट देगी.
वीडियो से पहले, मोदी ने पिछले महीने राजस्थान में मुसलमानों को "घुसपैठिए" और "ज्यादा बच्चे" वाले लोगों के रूप में दर्शाया था. इसी दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर यह हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का घोषणा पत्र कहता है कि मां-बहनों से सोने का हिसाब लेंगे और फिर उस संपत्ति का बंटवारा करेंगे. किसको बांटेंगे- मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है.' First Updated : Tuesday, 07 May 2024