चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के 7 महीने बाद बड़ा अपडेट, अप्रूव हुआ 'शिव शक्ति प्वाइंट'
Chandrayaan 3: बता दें, कि ग्रहों के नामकरण के गैजेटियर के अनुसार, "ग्रहीय सिस्टम नामकरण के लिए आईएयू वर्किंग ग्रुप ने चंद्रयान -3 के विक्रम लैंडर की लैंडिंग साइट के लिए शिव शक्ति नाम को मंजूरी दे दी है."
Chandrayaan-3: इसरो के सफल हुए चंद्रयान मिशन को लेकर 7 महीने बाद बड़ी जानकारी सामने आई है. बता दें, कि पिछले साल 2023 में इसरो ने 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग कराकर इतिहास रच दिया था. वहीं भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बन गया था. वहीं जिस जगह यह चंद्रयान-3 लैंड हुआ था उस स्थान को शिव शक्ति प्वाइंट रखा गया था. जिसे अब इंटरनेशनल ऐस्ट्रनामिकल यूनियन (IAU) ने 19 मार्च को अप्रूव कर दिया है. यानि की अब आधिकारिक ररोप से वह जगह जहां यान लैंड हुआ था, उसे दुनियाभर में शक्ति प्वाइंट के नाम से जाना जाएगा.
शिव शक्ति नाम को मिली मंजूरी
ग्रहों के नामकरण के गैजेटियर के अनुसार , "ग्रहीय सिस्टम नामकरण के लिए आईएयू वर्किंग ग्रुप ने चंद्रयान -3 के विक्रम लैंडर की लैंडिंग साइट के लिए शिव शक्ति नाम को मंजूरी दे दी है." किसी भी खास जगह के नामकरण करने की ही तरह, ग्रहों की किसी जगह को विशेष रूप से पहचानने के लिए उसका नामकरण किया जाता है. जिससे भविष्य में उस जगह का आसानी से पता लगाया जा सके और उस पर लोग चर्चा कर सकें. बता दें, कि 23 अगस्त 2023 को चांद पर सफल लैंडिंग के तीन दिनों बाद बेंगलुरु में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो सेंटर पर इस नाम का एलान किया था.
चंद्रयान-2 वाली जगह का भी रखा गया नाम
इस दौरान पीएम मोदी ने आगे कहा था कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग वाली जगह का नाम शिव शक्ति होगा, जबकि जहां पर 2019 में चंद्रयान-2 क्रैश होकर लैंड किया था, उसे तिरंगा नाम से जाना जाएगा. इसके अलावा, 23 अगस्त को ही हर साल नेशनल स्पेस डे मनाए जाने की भी घोषणा की गई थी. वहीं पीएम मोदी बेंगलुरु में इसरो वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए भावुक भी हो गए थे. उन्होंने कहा था, "मैं जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था और आपको सलाम करना चाहता था. आपके प्रयासों को सलाम."