'जब शादी जाति में नहीं तो नेता जाति का क्यों', बिहार की महिला ने दिखाया आइना
लोकसभा चुनाव चल रहे हैं. ऐसे में नेताओं की किस्मत का फैसला जनता कर रहीं हैं. वहीं, हमारे देश में चुनाव जाती समीकरण के आधार पर ही होता है. लोग अपनी जाति के नेता को वोट देते हैं. वहीं, लगभग सभी पार्टीयां जाति के आधार पर ही नेताओं को टिकट भी देती है.
लोकसभा चुनाव चल रहे हैं. ऐसे में नेताओं की किस्मत का फैसला जनता कर रहीं हैं. वहीं, हमारे देश में चुनाव जाती समीकरण के आधार पर ही होता है. लोग अपनी जाति के नेता को वोट देते हैं. वहीं, लगभग सभी पार्टीयां जाति के आधार पर ही नेताओं को टिकट भी देती है. बिहार और यूपी मे जाति समीकरण ज्यादा देखने को मिलता है. इस बीच बिहार की एक महिला का वीडियो काफी वायरल हो रहा हैं. जिसमें आप देख सकते हैं कि महिला ये कहती नजर आ रही हैं कि जब शादी जाति में नहीं कर रहे हैं लोग तो नेता जाति का क्यों होना चाहिए. अब इस महिला का वीडियो काफी वायरल हो रहा है. आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि महिला ने क्या कहा हैं.
दरअसल जन सुराज सहयोग पेज से एक वीडियो पोस्ट किया गया है. ये वीडियो बिहार का हैं. जिसमें महिला कहती नजर आ रही है कि जब शादी दूसरे जाति में करते हैं तो नेता अपनी जाति का क्यों. हम इलाज करवाने के लिए अच्छे डॉक्टर के पास जाते हैं तो जाति नहीं देखते, शिक्षक के लिए जाति नहीं देखते. दुकानदार के पास जाते हैं, तो जाति नहीं. सब्जीवाले के पास जाते हैं, तो जाति नहीं. वकील के पास जाते हैं, तो जाति नहीं. तो नेता ही अपनी जाति का क्यों होना चाहिए?
बता दें कि ये महिला यादव जाति की जिन्होंने समाज को आइना दिखाया है. जब महिला से ये सवाल किया गया कि क्या बिहार में जातिवाद खत्म हो गया हैं. इस महिला ने कहा कि ये अपनी अपनी सोच होती है. बिहार जातिवाद हमेशा से देखा गया हैं. वहीं, अब महिला के इस वीडियो से समाज में एक अलग ही मैसेज जा रहा हैं. जो लोग जाति के आधार पर वोट करते हैं उनके लिए संदेश हैं.
वहीं, अब महिला का ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा हैं. जिस पर लोग अपना रिक्शन भी दे रहे हैं. कुछ लोगो का कहना है कि अंधभक्तो को इससे दूर रहना चाहिए. तो वहीं कुछ लोग महिला की जमकर तारीफ भी कर रहे हैं. इस वीडयो को जमकर शेयर भी किया जा रहा हैं.