आनंद मोहन की बढ़ सकती है मुश्किलें, मृतक डीएम की पत्नी पूर्व सांसद की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची
बिहार के बहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन की जेल से रिहाई के बाद मृतक आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने आनंद मोहन रिहाई के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का रूख किया है। आनंद मोहन जी कृष्णैया हत्या मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे थे।
हाइलाइट
- जेल के नियमों में बदलाव करने के बाद 27 अप्रैल (गुरूवार) को बिहार के बहुबली नेता और पूर्व सांसद समेत 27 कैदियों को जेल से रिहा कर दिया गया था।
गोपालगंज के पूर्व डीएम जी कृष्णैया की पत्नी ने शनिवार को बिहार बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। इसके बाद आनंद मोहन की मुश्किलें बढ़ सकती है। बता दें कि आनंद मोहन जी कृष्णैया हत्या मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे थे। जेल के नियमों में संसोधन करने के बाद गुरूवार (27 अप्रैल) को आनंद मोहन समेत 27 कैदियों को जेल से रिहा कर दिया गया था। इस मामले को लेकर बिहार में काफी सियासत हो रही है।
मृतक आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने सुप्रीम कोर्ट में आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ याचिका दायर कर की। उमा कृष्णैया ने याचिका में कहा कि गैंगस्टर से नेता बने आनंद मोहन को सुनाई गई उम्रकैद की सजा उनके पूरे जीवनकाल के लिए है और इसकी व्याख्या महज 14 वर्ष की कैद की सजा के रूप में नहीं जा सकती। उन्होंने कहा कि जब मृत्यु दंड की जगह उम्रकैद की सजा सुनाई जाती है, तब उसका सख्ती से पालन करना होता है, जैसा कि न्यायालय का निर्देश है और इसमें कटौती नहीं की जा सकती।
दरअसल, आनंद मोहन समेत 17 कैदियों को जेल से रिहा करने के लिए राज्य के कानून विभाग ने इस हफ्ते की शुरूआत में एक अधिसूचना जारी करते हुए जेल के नियमों में संशोधन किया था। 10 अप्रैल को बिहार की गठबंधन सरकार ने कानून में संसोधन करते हुए 14 वर्षों से अधिक समय जेल में बिता चुके कैदियों की सजा घटा दी थी।
बता दें कि बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे थे। गुरूवार को 15 साल के बाद आनंद मोहन को जेल से आजाद कर दिया गया था। उनके साथ 26 और कैदियों की भी रिहा किया गया था। आनंद मोहन के जेल से रिहा होने के बाद उनके समर्थकों ने मिटाइयां बांटकर उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद बिहार की राजनीति में हर तरफ आनंद मोहन की रिहाई को लेकर चर्चाएं हो रही है। इस मामले को लेकर बीजेपी नेता लगातार नीतीश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगा रहे है।