छठ बिहार का सबसे बड़ा पर्व है, और ऐसे में शिक्षकों का कहना है कि नहाय-खाय और खरना के दिन भी स्कूल खोलने का आदेश देना सरकार की ओर से गलत फैसला है. उनका मानना है कि छठ पूजा की तैयारियों में पूरे चार दिन की छुट्टी होनी चाहिए ताकि सभी लोग अपने परिवार के साथ पर्व का आनंद ले सके. शिक्षकों के इस विरोध के चलते सरकार पर दबाव बढ़ गया है.
बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों के लिए दीवाली की छुट्टी 31 अक्टूबर को दी है, जबकि छठ पूजा की छुट्टी 7, 8 और 9 नवंबर को तय की गई है. हालांकि, नहाय-खाय और खरना के दिन यानी 6 और 8 नवंबर को स्कूल खुले रहेंगे. शिक्षकों की मांग थी कि छठ पूजा के मौके पर कम से कम चार दिनों की छुट्टी दी जाए, लेकिन सरकार ने केवल तीन दिन की छुट्टी दी है.