Bihar: नीतीश और तेजस्वी मुस्लिमों में डर पैदा करना चाहते हैं, नालंदा हिंसा पर बोले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी

बिहार के नालंदा में हुई हिंसा के बाद राजनीति गरमाई हुई है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को मालूम था कि नालंदा एक संवेदनशील इलाका है। वे मुस्लिमों में डर पैदा करना चाहते है।

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बिहार में हुई हिंसा और आगजनी की घटना के बाद राजनीति गरमाई हुई है। रामनवमी के दिन बिहारशरीफ और नालंदा में हिंसा और आगजनी के बाद जमकर बवाल हुआ था। नालंदा हिंसा को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। ओवैसी ने कहा कि नालंदा हिंसा की जिम्मेदारी राज्य सरकार है।

दरअसल, रामनवमी के दिन बिहारशरीफ के नालंदा में हुई हिंसा और आगजनी की घटना के बाद पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई थी। साथ ही इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी लगा दी गई थी। इस हिंसा के बाद सोमवार को बिहारशरीफ में बाजार खुले थे। वही हिंसा वाले इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात है। सोमवार को बिहारशरीफ के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने कहा कि शहर की स्थिति सामान्य है, कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। सभी दुकाने धीरे-धीरे खुल रही है। लोग भी बाहर निकल रहे हैं। 

मंगलवार को असदुद्दीन ओवैसी ने नालंदा हिंसा को लेकर बिहार सरकार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मालूम था कि नालंदा एक संवेदनशील जिला है, फिर भी ये हुआ। तो ये जो भी कुछ बिहार में हुआ उसकी जिम्मेदारी बिहार सरकार पर आती है। उन्हें मालूम था कि वहां हिंसा हो सकता है क्योंकि 2016 में भी इस तरह का हिंसा नालंदा में हुई थी। 

ओवैसी ने नाम लिए बिना इफ्तार पार्टी को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा कि उन्हें इन सब से कोई तकलीफ नहीं हो रही है, वो कल इफ्तार में भी चले गए। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव मुसलमानों में डर पैदा करना चाहते हैं। जब भी किसी राज्य में हिंसा होती है तो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर आती है।

ओवैसी ने कहा कि बिहारशरीफ में मदरसा अजीजिया को आग के हवाले कर दिया गया। एक मस्जिद की मीनार को तोड़ा गया और मुस्लिमों की दुकानों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश हुई है।

हिंसा के सिलसिले में 130 गिरफ्तारी हुई 

मंगलवार को नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अभी तक 15 एफआईआर और 130 गिरफ्तारी हुई है। वहीं नामजद अभियुक्तों के खिलाफ लगातार छापेमारी की जा रही है। फिलहाल वो फरार चल रहे हैं लेकिन उनकी तलाश जारी है। First Updated : Tuesday, 04 April 2023