Bihar Politics: बिहार में सियासी तापमान के बीच छलका जीतन राम मांझी का दर्द, कह डाली ये बात
Bihar Politics: जीतन राम मांझी ने लगातार नई सरकार में अपनी भागीदारी को लेकर बयान देते रहे हैं. इसी क्रम में जहानाबाद में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि एक रोटी से पेट नहीं भरता है.
Bihar Politics: बिहार में NDA की सरकार बनने के बाद हम पार्टी को भारी- भरकम विभाग नहीं दिए जाने पर खुले मंच पर पार्टी के सरंक्षक सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपना दर्द बया किया है. उन्होंने कहा कि एक रोटी से पेट नहीं भरता है. उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अपनी भागीदारी बढ़ाने की मांग की है.
मांझी लगातार नई सरकार में अपनी भागीदारी को लेकर बयान देते रहे हैं. इसी क्रम में जहानाबाद में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि एक रोटी से पेट नहीं भरता है, उन्हें और अधिक हिस्सेदारी चाहिए. मांझी के इस बयान से एक बार फिर बिहार का राजनीतिक पर गर्म हो गया है. मांझी पटना से अपने गांव महकार जाने के क्रम जहानाबाद में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के नेता जीतन राम मांझी ने कहा कि, ''जहां तक विभागों की बात है, मैं कहता रहा हूं कि चूंकि मैं ग्रामीण इलाके से हूं और शहरों से मेरा कोई लेना-देना नहीं है.'' लोग मुझसे उम्मीद करते हैं कि मैं सड़कें, पुल और घर बनवाऊंगा. काम तो हुआ है लेकिन अगर वह विभाग हमें मिल जाए तो बहुत कुछ किया जा सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि, "इसलिए मैं कहता हूं कि SC और ST कल्याण विभाग ठीक है लेकिन अगर हम इसे देखते रहें एक ही विभाग, यह सही नहीं लगता...ऐसा लगता है कि क्या राजनेता जानबूझकर हमारी उपेक्षा करना चाहते हैं? लेकिन कोई मतभेद नहीं है. हम एनडीए के साथ हैं और फ्लोर टेस्ट में इसका समर्थन करते हैं लेकिन एक परिवार के रूप में, हम यही महसूस करते हैं."
बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के नेता जीतन राम मांझी ने कहा कि, "हमारी पार्टी के 5 विधायक हैं. इसलिए हमें एक नहीं बल्कि दो मंत्री पद दिए जाएं तो बेहतर होगा."