Bihar Politics: मांझी पर नीतीश का वार, बोले- एक तीर से मारते हैं दो निशाने, मैंने कहा- पार्टी का विलय करिए या यहां से जाइए
जीतन राम मांझी के बेटे के इस्तीफे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "सभी को मालूम था कि वे भाजपा के लोगों से मिल रहे थे और फिर हमारे पास भी आते थे। मैंने कहा कि हमने आपको इतना बनाया तो अपनी पार्टी का आप विलय करें तो उन्होंने कहा कि ठीक है हम अलग हो जाते हैं"।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन से रिश्ता तोड़ने पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) प्रमुख जीतन राम मांझी पर बड़ा हमला बोला है। नीतीश कुमार ने कहा, " मैने जीतन राम मांझी को एक ऑफर दिया था अपनी पार्टी को विलय करिए या फिर यहां से जाइए।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) प्रमुख जीतन राम मांझी के बेटे डॉ. संतोष कुमार सुमन के इस्तीफे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, मैंने खुद इस्तीफा देकर उन्हें (जीतन राम मांझी) CM बनाया था, अभी वे क्या बोलते हैं सभी को पता है। सभी को मालूम था कि वे भाजपा के लोगों से मिल रहे थे और फिर हमारे पास भी आते थे। मैंने कहा कि हमने आपको इतना बनाया तो अपनी पार्टी का आप विलय करें तो उन्होंने कहा कि ठीक है हम अलग हो जाते हैं"।
मैंने खुद इस्तीफा देकर उन्हें(जीतन राम मांझी) CM बनाया था, अभी वे क्या बोलते हैं सभी को पता है। सभी को मालूम था कि वे भाजपा के लोगों से मिल रहे थे और फिर हमारे पास भी आते थे। मैंने कहा कि हमने आपको इतना बनाया तो अपनी पार्टी का आप विलय करें तो उन्होंने कहा कि ठीक है हम अलग हो जाते… pic.twitter.com/3NGuNVd7Fw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 16, 2023
संतोष सुमन के विधान परिषद की सदस्यता 6 मई 2024 तक है। ऐसे में नीतीश कुमार से बगावत करने बाद भी संतोष सुमन 11 महीने तक विधान पार्षद बने रहेंगे। बता दें सुमन विधानसभा कोर्ट से विधान परिषद के सदस्य हैं इस हिसाब से सुमन की सदस्यता पर कोई खतरना नहीं है।